By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 08, 2021
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा द्वारा 2021-22 का बजट पेश करने के दौरान कांग्रेस ने बहिर्गमन किया जिसके बाद येदियुरप्पा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देश के इतिहास में बजट का बहिष्कार कभी नहीं किया गया। कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन करने से पहले आरोप लगाया कि राज्य सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। बजट पेश करने के बाद येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, “केंद्र या राज्य में बजट के दौरान बहिर्गमन करने की घटना कभी हुई है क्या?”
उन्होंने कहा, “वे (कांग्रेस) किस नैतिकता की बात कर रहे हैं? मैं बताऊंगा कि बजट पर चर्चा के दौरान वह किस नैतिकता की बात कर रहे थे।” येदियुरप्पा ने कहा कि विपक्ष तुच्छ बहाने बनाकर निकलना चाहता है क्योंकि वह स्थिति का सामना नहीं करना चाहता। मुख्यमंत्री ने आक्रोशित होकर कहा, “प्रिय सिद्धरमैया, आपको हमेशा के लिए विपक्ष में बैठने की गांरटी देता हूं। अगर मैंने 130 से 135 सीटें जीतकर सिद्धरमैया को विपक्ष में बैठने पर मजबूर नहीं किया तो मेरा नाम येदियुरप्पा नहीं। यह मैं लिखकर देता हूं।”
सिद्धरमैया द्वारा मंत्रियों के इस्तीफे की मांग पर किए गए सवाल के जवाब में येदियुरप्पा ने कहा कि सिद्धरमैया को कुछ मानसिक समस्याएं हो गई हैं इसलिए वह समझ नहीं पा रहे कि उन्हें क्या बोलना है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा था, “पापों का बोझ उठा रही इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इसलिए हमने बजट पेश किए जाने का विरोध करने का निर्णय लिया है।