By अभिनय आकाश | Jul 03, 2022
नुपूर शर्मा मामले को लेकर एक बार फिर गर्मा गर्मी का माहौल बन गया है। ये माहौल सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद बना जिसमें कोर्ट ने कहा कि उनकी वजह से देश में हिंसक घटनाएं हुईं और उदयपुर हत्याकांड के लिए भी वही जिम्मेदार हैं। इस मामले पर कानून मंत्री किरेन रिजिजू का बयान सामने आया है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने शीर्ष अदालत की टिप्पणी को लेकर कहा कि इस मामले की चर्चा उचित प्लेटफॉर्म पर की जाएगी। हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने पहुंचे रिजिजू ने एएनआई न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि एक कानून मंत्री के रूप में मेरे लिए सुप्रीम कोर्ट की बेच की ओर से नूपुर शर्मा को लेकर की गई टिप्पणी पर कुछ कहना उचित नहीं है।
इसके साथ ही रिजिजू ने कहा कि शीर्ष अदालत ने नूपुर शर्मा के बारे में जो कुछ भी कहा है, वह सिर्फ एक मौखिक टिप्पणी है। यह लिखित फैसला नहीं है। इसलिए टिप्पणी अनावश्यक है। सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी से निलंबित नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘‘व्यथित करने वाली’’ टिप्पणी को लेकर उन्हें शुक्रवार को फटकार लगाते हुए कहा कि इस बयान के कारण देश भर में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं और इसने लोगों की भावनाओं को भड़काया।
विपक्षी खेमे ने एक साथ शीर्ष अदालत की टिप्पणी का इस्तेमाल करते हुए भाजपा की आलोचना की है। कांग्रेस के महासचिवों में से एक जयराम रमेश ने कहा, शीर्ष अदालत ने सही कहा है कि इस प्रकरण में भावनाएं भड़काने के लिए सिर्फ नुपुर जिम्मेदार हैं तथा ऐसे में भाजपा का सिर शर्म से झुक जाना चाहिए। तृणमूल (टीएमसी) ने ट्वीट किया कि यह शर्म की बात है कि नूपुर शर्मा को अमित शाह और दिल्ली पुलिस द्वारा कवर किया जा रहा है। बंगाल की सत्ताधारी पार्टी ने कहा, ''शीर्ष अदालत ने कहा है कि पूरे देश में आग लगाने के लिए नूपुर शर्मा ही जिम्मेदार हैं।