By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 06, 2020
टीएमसी के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा सांसद सौगत राय ने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को इस मामले पर कुछ भी टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मंदिर का निर्माण उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार किया जा रहा है। रॉय ने पीटीआई-से कहा, ‘‘भगवान राम सभी के हैं। भगवान पर भाजपा का ‘कॉपीराइट’ नहीं है। भगवा पार्टी को भगवान राम का सांप्रदायिकरण करना बंद करना चाहिए।’’ हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए समारोह का समय सही नहीं था। दमदम से लोकसभा सांसद ने कहा, ‘‘राम मंदिर का निर्माण उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार किया जा रहा है। इसलिए, यह सवाल कि हम इसका समर्थन करते हैं या नहीं, उठता ही नहीं। चूंकि देश महामारी की चपेट में है और अर्थव्यवस्था प्रभावित है। हमें लगता है कि समय सही नहीं था।’’
टीएमसी सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस ‘‘संवेदनशील मुद्दे’’ पर बहुत सतर्क है और किसी भी टिप्पणी को भाजपा और विपक्षी दलों द्वारा संदर्भ से इतर पेश किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को समुदायों के बीच एकता और भाईचारे की अपील की थी। उनकी यह अपील तब आयी थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था।