असम में राम मंदिर भूमि पूजन के जश्न को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प, सेना ने किया फ्लैग मार्च

Indian Army Flag March

सोनितपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नुमल महाता ने बताया कि सेना के जवानों ने जिला प्रशासन के आग्रह पर थेलामारा पुलिस थाना क्षेत्र में पड़नेवाले इलाके में कल मध्यरात्रि में फ्लैग मार्च किया।

तेजपुर। सेना ने असम के सोनितपुर जिले के तनावग्रस्त इलाके में फ्लैग मार्च किया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये भूमिपूजन का जश्न मनाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली थी, जिसके बाद दो समुदायों के बीच झड़प हो गया। अधिकारियों ने बताया कि जिले के थेलामारा और ढेकियाजुली पुलिस थाना क्षेत्र में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। सोनितपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नुमल महाता ने बताया कि सेना के जवानों ने जिला प्रशासन के आग्रह पर थेलामारा पुलिस थाना क्षेत्र में पड़नेवाले इलाके में कल मध्यरात्रि में फ्लैग मार्च किया। 

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उन्होंने बताया, ‘’हमने दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। कल रात से किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।’’ महाता ने बताया कि दोनों ही पक्षों के 10 लोग घायल हुए हैं। वहीं, बजरंग दल ने दावा किया है कि उसके कम से कम 12 कार्यकर्ता घायल हैं। इस बीच,सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह से इस तनावग्रस्त इलाके का दौरा करने और हालात का जायजा लेने के लिए कहा गया है। वह अभी रास्ते में हैं। सोनितपुर के पुलिस अधीक्षक मुग्धज्योति देव महंता बुधवार शाम से ही घटनास्थल पर मौजूद हैं। बाइक सवार कार्यकर्ता बेहद तेज आवाज में संगीत बजाते और नारे लगाते भोरा सिंगोरी मंदिर जा रहे थे, इसी दौरान झड़प हुई। 

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एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने तेज संगीत पर आपत्ति जताई और कोविड-19 महामारी के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी पर सवाल किए। इसके बाद झड़प हो गई। अधिकारी ने बताया कि सोनितपुर जिले के उपायुक्त मानवेंद्र प्रताप सिंह जब घटना के कुछ देर बाद वहां पहुंचे तो उनके वाहन को भी नुकसान पहुंचाया गया। सिंह ने बुधवार को कहा कि स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर हवा में गोलियां चलाईं। कई बाइक और अन्य वाहनों में आग लगाए जाने की घटना के बाद अतिरिक्त बल तैनात किए गए। कार्यकर्ताओं के पास जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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