By रेनू तिवारी | Apr 21, 2020
महाराष्ट्र के पालघर में हुई मोब लिंचिंग की घटना की चारों तरफ से आलोचना हो रही है। पालघर में भीड़ ने पुलिस वालों के सामने 3 साधुओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी। इस घटना का वीडियो जब लोगों ने देखा तो ये वीडियो देखकर दिल पसीज उठा। 70 साल के एक बुजुर्ग साधू को भीड़ से इस बेदर्दी से मारा है शायद यहीं इंसानियत का अंत है। कटघरे में को पालघर की पुलिस है, साधू अपने आप को बचाने के लिए पुलिस का हाथ पकड़ता है लेकिन पुलिस उसका हाथ झटककर उसे भीड़ के हवाले कर देती है। सच इस घटना ने इंसान से विश्वास ही उठा दिया। वो कौन से लोग होने है जिनके अंदर इतनी नफरत होती है।
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पालघर की इस घटना में भीड़ ने तीन लोगों की हत्या कर दी है। चारों और से लोगों इस घटना की आलोचना कर रहे हैं। बॉलीवुड सितारों ने भी साधुओं की हत्या की आलोचना की है। इसी दौरान महाभारत की द्रौपदी रूपा गांगुली ने भी अपनी पर बीती आपबीती साझा की। रूपा गांगुली ने कहा कि वह भी मोब लिंचिंग यानी भीड़ की हिंसा का शिकार हो चुकी हूं।
पालघर में की घटना का विरोध करते हुए बंगाल से बीजेपी की राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली अपने जीवन से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया। उन्होंने बताया कि कभी वह भी मॉब लिंचिंग का शिकार होते बची थीं। उन्होंने बताया कि आज से लगभग 17-18 साल पहले भीड़ में वह फंस गई थी। लोगों ने उन्हें गाड़ी से उतार दिया था और उनकी गाड़ी तोड़ दी थी। इस घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने अपने ट्वीटर पर लिखा कि-हे कृष्ण, हे कृष्ण, हे कृष्ण। मुझे कुछ दिनों से याद आ रहा है कि 22 मई 2016 को डायमंड हार्बर की घटना हुई थी। करीब 17 से 18 लोग पुलिस को साथ लेकर, मुझे गाड़ी से उतारकर रास्ते में पटक-पटक कर मार रहे थे'। उन्होंने आगे लिखा, 'गाड़ी में भी तोड-फोड़ की। दो ब्रेन हेमरेज झेलने पड़े। बस मैं मर नहीं थीं। रैली ड्राइवर हूं, निकलकर आ गई।'
इस किस्से के साथ ही उन्होंने महाभारत के द्रौपदी चीरहरण की एक तस्वीर भी साझा की। रूपा ने पालघर की घटना का विरोध भी किया। आपको बता दें कि पालघर की घटना में अबतक 110 लोगों की गिरफतारी हो चुकी है। 9 आरोपी नाबालिग बताए जा रहे हैं। इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है।