By अनन्या मिश्रा | Sep 26, 2025
आज ही के दिन यानी की 26 सितंबर को देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था। हालांकि उनको 'भारत का एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' कहा जाता है। लेकिन बता दें कि इससे पहले वह देश के 'एक्सींडेंटल वित्त मंत्री' भी रहे हैं। मनमोहन सिंह के समय पर देश गहरे आर्थिक संकट में डूबा था। मनमोहन सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को नए आयाम देने में उनकी आर्थिक नीतियों ने अहम भूमिका निभाई थी। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर मनमोहन सिंह के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
अविभाजित भारत के पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 26 सिंतबर 1932 को मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था। उन्होंने शुरूआती शिक्षा पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा पंजाब विश्वविद्यालय और ब्रिटेन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पूरी की। इसके बाद साल 1962 में मनमोहन सिंह ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी. फिल किया था।
डॉ मनमोहन सिंह अपने शांत और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे। यही कारण है कि उनकी पार्टी के अलावा राजनीतिक विरोधी भी उनका सम्मान करते हैं। भले ही वह शांत स्वभाव के थे और हम बोलते थे, लेकिन संसद का वह किस्सा आज भी लोगों को याद है। संसद में बीजेपी नेता सुषमा स्वराज और मनमोहन सिंह के बीच शेरो-शायरी हुई थी। दोनों ही नेताओं ने शेरो-शायरी के जरिए एक-दूसरे को जवाब दिया था।
पूर्व पीएम राजीव गांधी की सरकार में साल 1985 से लेकर 1987 तक मनमोहन सिंह भारतीय योजना आयोग के प्रमुख के पद पर भी रहे। इसके अलावा उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के साथ भी काम किया है। इस दौरान उन्होंने बैंकिंग के क्षेत्र में कई सुधार किए, जिसके चलते उनको आज भी याद किया जाता है।
वहीं साल 1987 से लेकर 1990 तक उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में दक्षिण आयोग के महासचिव के तौर पर जिम्मा संभाला। साल 1991 में मनमोहनन सिंह असम से राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए और साल 1995, 2001, 2007 और 2013 तक उच्च सदन के सदस्य रहे। साल 1984 से 2004 तक केंद्र में अटल बिहारी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार थी, तब मनमोहन सिंह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे।
साल 1999 में मनमोहन सिंह दक्षिणी दिल्ली से चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन इस दौरान उनको हार का सामना करना पड़ा। साल 2009 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व में लड़ा था, लेकिन तब मनमोहन सिंह चुनावी दंगल में नहीं उतरे। इसके साथ ही राज्यसभा का सदस्य रहते हुए मनमोहन सिंह के नाम प्रधानमंत्री बनने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
देश में हुए आर्थिक सुधारों में मनमोहन सिंह ने अहम रोल निभाया था। साल 1991 में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वह वित्त मंत्री थे। इसके अलावा उन्होंने बजट के दौरान उदारीकरण, निजीकरण और वैश्विकरण से जुड़े कई अहम ऐलान किए थे। इससे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली थी।
साल 1987 में डॉ मनमोहन सिंह को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। वहीं साल 1995 में जवाहरलाल नेहरू बर्थ सेंटेनरी अवॉर्ड ऑफ द इंडियन साइंस कांग्रेस और साल 1935 में डॉ मनमोहन सिंह को सर्वश्रेष्ठ वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा साल 1956 में उनको कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का एडम स्मिथ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
वहीं 26 दिसंबर 2024 को 92 साल की उम्र में डॉ मनमोहन सिंह का निधन हो गया।