China में इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोगों के बीच Modi लोकप्रिय

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 19, 2023

अमेरिका की पत्रिका ‘‘डिप्लोमैट’’ में प्रकाशित एक लेख के अनुसार चीन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों (नेटिजेन) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी लोकप्रिय हैं और उन्हें सम्मान से मोदी लाओक्सियन कहा जाता है, जिसका अर्थ ‘‘मोदी अमर’’ हैं। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बावजूद, किसी अंतरराष्ट्रीय नेता के लिए यह एक दुर्लभ सम्मानजनक संदर्भ है। रणनीतिक मामलों पर केंद्रित पत्रिका ‘‘डिप्लोमैट’’ के लेख ‘‘चीन में भारत को कैसे देखा जाता है?’’

में पत्रकार म्यू चुनशान ने यह भी लिखा कि ज्यादातर चीनी मानते हैं कि मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व के प्रमुख देशों के बीच संतुलन बना कर रख सकता है। चुनशान चीनी सोशल मीडिया विशेष रूप से सिना वेइबो का विश्लेषण करने के लिए मशहूर हैं। सिना वेइबो चीन में ट्विटर जैसा सोशल मीडिया मंच है और इसके 58.2 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। आलेख के अनुसार चीनी इंटरनेट पर प्रधानमंत्री मोदी का एक असामान्य उपनाम है: मोदी लाओक्सियन। लाओक्सियन का संदर्भ कुछ विशेष क्षमताओं वाले एक बुजुर्ग अमर व्यक्ति से है।

उपनाम का अर्थ है कि चीन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोग सोचते हैं कि मोदी कुछ भिन्न हैं - और आश्चर्यजनक भी- अन्य नेताओं की तुलना में। उन्होंने लिखा है कि चीनी लोग मोदी की पोशाक और शारीरिक हावभाव दोनों की ओर इशारा करते हैं तथा उनकी कुछ नीतियों को भारत की पिछली नीतियों से अलग मानते हैं। कुछ चीनी नागरिकों का मानना है कि भारत रूस, अमेरिका सहित विभिन्न प्रमुख देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रख सकता है।

उन्होंने कहा कि लाओक्सियन शब्द मोदी के प्रति चीनी लोगों की जटिल धारणा को दर्शाता है, जिसमें जिज्ञासा, विस्मय आदि शामिल हैं। म्यू ने कहा, मैं करीब 20 साल से अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग कर रहा हूं और चीनी नेटिजेन (इंटरनेट उपयोगकर्ता) के लिए किसी विदेशी नेता को उपनाम देना दुर्लभ है। मोदी का उपनाम अन्य सभी से ऊपर है। निश्चित रूप से, उन्होंने चीनी जनमत पर एक छाप छोड़ी है।

प्रमुख खबरें

Poonch Terror Attack Update: पहली बार सामने आए पुंछ के आतंकी, रखा 20 लाख का इनाम

Sri Lanka के जाफना और तमिलनाडु के Nagapattinam के बीच नौका सेवा फिर से शुरू होगी

बच्चों के क्लासरूम में लगी AC का खर्चा भी माता-पिता को ही भरना होगा, दिल्ली उच्च न्यायालय का फैसला

शेयर बाज़ार में सोमवार को उदासी क्यों रहती है? वीकेंड प्रभाव है मुख्य कारण... जानें इसके बारे में