By अभिनय आकाश | Mar 11, 2022
रूस ने यूक्रेन में अमेरिकी निगरानी में जैविक हथियारों पर रिसर्च का आरोप लगाया है। अमेरिका और यूक्रेन दोनों पर आरोप लगा था कि पैथोजन्स लैब और कैमिकल लैब्स को मिलाकर यूक्रेन में काम हो रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा था कि यूक्रेन अमेरिका के सहयोग से जैविक रिसर्च कर रहा है। उनके रिसर्च का उद्देश्य खतरनाक रोग पैदा करने वाले रोगाणुओं के प्रसार को रोकने के लिए गुप्त रूप से एक तंत्र की स्थापना करना है। हालांकि, यूक्रेन की तरह ही अमेरिका ने भी इस बात से इनकार किया है कि वो यूक्रेन में किसी तरह के जैविक हथियार से संबंधित प्रयोग को पैसा दे रहा है।
आक्रमण में जैविक लैब तबाह होने की आशंका
रूसी आक्रमण से जैविक लैब्स के तबाह होने की आशंका है। ऐसा हुआ तो पैथोजन्स आबादी के बीच फैल सकते हैं। लगातार बताया जा रहा है कि बायोलॉजिकल लैब्स और कैमिकल लैब्स को लेकर वहां पर काम चल रहा है। खतरनाक पैथोजन्स भीषण त्रासदी का कारण बन सकते हैं। यूक्रेन को खतरनाक पैथोजन्स नष्ट करने की सलाह दी गई है। यूक्रेन को डब्ल्यूएचओ की सलाह के बाद कई गंभीर सवाल भी उठे हैं।
जेलेंस्की ने आरोपों को नकारा
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यूक्रेन में कोई रासायनिक हथियार या सामूहिक विनाश का कोई अन्य हथियार विकसित नहीं किया गया। इसके साथ ही रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके देश के खिलाफ जैविक हथियारों का उपयोग "सबसे गंभीर प्रतिबंध" को आमंत्रित करेगा। राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की की प्रतिक्रिया रूस द्वारा उनके देश पर जैविक हथियारों के विकास में अनुसंधान करने का आरोप लगाने के बाद आई है। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन एक जिम्मेदार देश है और मैं इसका राष्ट्रपति। मैं दो बच्चों का पिता हूं और मेरे रहते हुए कोई रासायनिक या सामूहिक विनाश का कोई अन्य हथियार विकसित नहीं किया गया था।