न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्रंप के इनकम टैक्स भुगतान को लेकर किया बड़ा दावा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 28, 2020

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस वर्ष राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुए और उसके बाद व्हाइट हाउस में अपने पहले वर्ष के दौरान उन्होंने संघीय आयकर के तौर पर महज 750 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया। न्यूयॉर्क टाइम्स में रविवार को प्रकाशित एक खबर में यह जानकारी दी गई है। अपने आयकर भुगतान को बेहद गोपनीय रखने वाले ट्रंप आधुनिक समय में एकमात्र राष्ट्रपति हैं जो इन्हें सार्वजनिक नहीं करते। अखबार की खबर के मुताबिक बीते 15 सालों में से 10 साल ट्रंप ने कोई संघीय आयकर अदा नहीं दिया। ये तब है जब उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिये अपने अभियान के दौरान खुद को अरबपति रियल एस्टेट कारोबारी और सफल व्यवसायी के तौर पर पेश किया था। व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने इस खबर को “फेक न्यूज” (गलत खबर) बताकर खारिज करते हुए कहा था कि वह करों का भुगतान करते हैं हालांकि उन्होंने कोई विवरण नहीं दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि उसने दो दशक से ज्यादा के आयकर रिटर्न आंकड़ों को हासिल करने के बाद यह जानकारी निकाली है। यह खुलासा उस अहम मौके से ठीक पहले हुआ है जब मंगलवार को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच बहस (प्रेसीडेंशियल डिबेट) होनी है और कुछ हफ्तों बाद ही राष्ट्रपति पद के लिये डेमोक्रेटिक जो बाइडेन के साथ उनका निर्णायक मुकाबला होना है। राष्ट्रपति ने कहा था कि उनके करों के बारे में जानकारी का “खुलासा किया जाएगा”। 

इसे भी पढ़ें: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के लिए ट्रंप कर सकते हैं न्यायाधीश एमी कोनेय बारेट को नामित

इस खुलासे के लिये लेकिन उन्होंने किसी समयसीमा का उल्लेख नहीं किया था और ऐसे ही वादे 2016 के प्रचार अभियान के दौरान भी किये थे हालांकि उनका बाद में कोई जिक्र नहीं किया। ट्रंप ने वास्तव में उनके आयकर रिटर्न की जानकारी चाहने वालों को अदालत में चुनौती दी थी, इनमें अमेरिकी सदन भी शामिल है जो संसदीय निगरानी के हिस्से के तौर पर ट्रंप के आयकर रिटर्न से जुड़ी जानकारी चाहता था। ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के वकील एलन गार्टन और ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के एक प्रवक्ता ने एसोसिएटेड प्रेस के इस मामले पर टिप्पणी के अनुरोध पर कोई जवाब नहीं दिया। गार्टन ने टाइम्स को बताया, “सारे नहीं तो भी अधिकतर तथ्य सटीक नहीं प्रतीक होते।” उन्होंने समाचार संस्था को दिये एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ने “संघीय सरकार को व्यक्तिगत करों के तौर पर लाखों डॉलर दिये हैं और इनमें 2015 में उनकी उम्मीदवारी की घोषणा होने के बाद भी लाखों डॉलर व्यक्तिगत करों के तौर पर अदा किये गए।


प्रमुख खबरें

मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे भाजपा में शामिल

लोकसभा चुनाव के शुरुआती दो चरण के बाद मोदी आगे हैं : Amit Shah

Karnataka Sex Scandal Case । पीड़ितों की हुई पहचान, संपर्क साधने में जुटी SIT Team, रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी

भारत और ऑस्ट्रेलिया बांग्लादेश में महिला T20 विश्व कप के Group A में