By निधि अविनाश | Jan 31, 2020
नई दिल्ली। संसद में 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी। इस बजट को पेश करने में जितने भी ऑफिसर लगे हैं उनकी सराहना भी होगी लेकिन उन्हें हर वक्त एक ऐसे ऑफिसर का ध्यान रहेगा जिसने अपने पिता की मौत की खबर सुनने के बावजूद अपनी ड्यूटी को छोड़ने का फैसला नहीं लिया। नॉर्थ ब्लॉक में बंद डिप्टी मैनेजर (प्रेस) कुलदीप कुमार शर्मा गोपनीय बजट डॉक्यूमेंट्स की प्रिंटिंग के लिए नियुक्त किए गए थे। इसकी प्रक्रिया इतनी गोपनीय होती है कि इसमें न कोई अंदर आ सकता है और न ही किसी को बाहर जाने की इजाजत है।
26 जनवरी को कुलदीप कुमार शर्मा बजट के डॉक्यूमेंट्स की प्रिंटिगं में व्यस्त थे और उसी दिन उनके पिता की मौत हो गई थी। इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद उन्होंने ड्यूटी को अहम माना और कहीं भी न जाने का फैसला किया। उन्होंने ड्यूटी को अहम मानते हुए काम को ज्यादा प्राथमिकता दी और अंत तक अपने काम पर डटे रहे। बता दें कि यह जानकारी खुद वित्त मंत्रालय ने ट्वीटर अकाउंट पर साझा की है। वित्त मंत्रालय ने ट्विट करके दुख जताया और अपने ऑफिसर की काफी सराहना भी की। उन्होंने लिखा कि, यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि हमारे डिप्टी मैनेजर (प्रेस) कुलदीप कुमार शर्मा के पिता की 26 जनवरी 2020 को देहांत हो गया था और बजट ड्यूटी पर होने की वजह से वह नॉर्थ ब्लॉक में बंद थे। इतने बड़े नुकसान के बावजूद वह अपनी ड्यूटी पर डटे रहे और एक मिनट के लिए भी वह अपनी जगह से नहीं हिले।
बता दें कि जब तक वित्त मंत्रालय बजट पेश नहीं कर देता तब तक उसको गोपनीय रखा जाता है। बजट की प्रिंटिंग प्रक्रिया काफी गोपनीय होती है और इसलिए इसमें शामिल सभी ऑफिसर्स काफी अहम माने जाते हैं। बता दें कि हलवा सेरेमनी 20 जनवरी 2020 को हुई थी जिसके मुताबिक एक बड़ी कड़ाही में हलवा तैयार किया जाता है और वित्त मंत्रालय के सभी कर्मचारियों में बांटा जाता है और फिर बजट की गोपनीयता को बनाये रखने के लिए बजट प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को आम बजट पेश होने तक नार्थ ब्लॉक स्थित छपाई खाने में ही रहना होता है। संसद में बजट पेश होने तक अधिकारियों को अपने परिजनों तक से बातचीत करने अथवा मिलने की अनुमति नहीं होती है। वित्त मंत्रालय के कुछ बहुत वरिष्ठ अधिकारियों को ही घर जाने की अनुमति होती है।