By अंकित सिंह | Jun 05, 2024
बीजेडी प्रमुख और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने बुधवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वह सुबह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल रघुवर दास से मुलाकात की। ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए गए। नवीन पटनायक की बीजेडी ने 51 सीटें जीतीं और 24 साल बाद सत्ता खो दी। उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीजेपी ने 71 सीटें जीतीं। ओडिशा में विधानसभा की 147 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए बहुमत के लिए 74 सीटों की जरूरत होती है। कांग्रेस ने 14 सीटें जीतीं।
पटनायक के आवास पर बीजद के कई नेता एकत्रित हुए थे लेकिन वह अपना इस्तीफा देने अकेले ही राज्यपाल के आवास गए। बीजद अध्यक्ष ने बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया और अपना इस्तीफा पत्र सौंपने के बाद राज भवन से निकल गए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओडिशा में 147 विधानसभा सीटों में से 78 सीटें जीतकर सत्ता पर कब्जा जमा लिया है जबकि बीजद केवल 51 सीटें जीत पायी। कांग्रेस ने 14 सीट और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने एक सीट जीती है जबकि तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी साबित हुए। नतीजों की घोषणा मंगलवार को की गयी। पटनायक ने पहली बार पांच मार्च 2000 को ओडिशा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ओडिशा के लोगों को धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी उनके सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। ‘एक्स’ पर एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘धन्यवाद ओडिशा! यह सुशासन और ओडिशा की अनूठी संस्कृति का जश्न मनाने की शानदार जीत है। भाजपा लोगों के सपनों को पूरा करने और ओडिशा को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।’’ मोदी ने कहा कि ओडिशा चुनावों में भाजपा के मेहनती कार्यकर्ताओं के प्रयासों पर बहुत गर्व है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी भगवान श्री जगन्नाथ की पवित्र भूमि की सेवा करने का अवसर भाजपा को देने के लिए ओडिशा की जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।