By अनुराग गुप्ता | Nov 29, 2021
नयी दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरुआत होते ही पहले दिन कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना समेत 12 सांसदों को राज्यसभा के वर्तमान सत्र से निलंबित कर दिया गया है। जिसका मतलब साफ है कि वो मौजूद संसद सत्र की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। आपको बता दें कि इन सांसदों ने मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान इन्होंने अमर्यादित आचरण एवं मार्शलों के साथ धक्का-मुक्की की थी।जिसके चलते इन्हें वर्तमान सत्र से निलंबित कर दिया गया। इस मामले को लेकर राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने दफ्तर में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
विपक्षी दलों के साझा बयान में कहा गया कि राज्यसभा के विपक्षी नेताओं की मंगलवार को बैठक होगी। इस बैठक में सरकार के निर्णय का विरोध करने और संसदीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए भविष्य की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
सरकार चाहती है सदन न चले !
कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार चाहती है कि सदन न चले। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार की केवल ये मानसिकता है कि विपक्ष के ऊपर किसी तरह से वार करो और इनको मालूम है कि अगर वो इस तरह निलंबित करेंगे तो निश्चित रूप से विपक्ष इसका विरोध करेगी और फिर सदन नहीं चलेगा। वो यही चाहते हैं कि सदन न चले।
12 सांसदों के निलंबन के मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि पिछले सत्र के अंतिम दिन जिस तरह से विपक्षों ने हंगामा किया, मैंने अपने संसदीय जीवन में इस प्रकार की अराजकता नहीं देखी। ये स्वागत योग्य कदम है और जो नियम कानून का पालन नहीं करते, उनको संदेश जाना चाहिए।