By रेनू तिवारी | Aug 15, 2025
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह इन लोगों की रक्षा के लिए दीवार की तरह खड़े हैं। यह टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) में वाशिंगटन कृषि और डेयरी क्षेत्रों में भारत से शुल्क रियायत की मांग कर रहा है। दबाव बनाने के लिए अमेरिका ने भारत पर भारी शुल्क भी लगाया है।
प्रधानमंत्री ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, मोदी भारत के किसानों, मछुआरों और पशुपालकों से जुड़ी किसी भी हानिकारक नीति के खिलाफ दीवार की तरह खड़ा है। भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के संबंध में किसी भी प्रतिकूल समझौते को कभी स्वीकार नहीं करेगा। प्रस्तावित बीटीए में अमेरिका मक्का, सोयाबीन, सेब, बादाम और एथनॉल जैसे उत्पादों पर शुल्क कम करने के साथ ही अमेरिकी डेयरी उत्पादों की पहुंच बढ़ाने की मांग कर रहा है। हालांकि, नयी दिल्ली ने इन मांगों का कड़ा विरोध किया है, क्योंकि इनका सीधा असर किसानों पर पड़ेगा।
महिला स्वयं सहायता समूह कमाल कर रहे, उनके उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंच रहे : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि महिलाओं के स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) ‘‘कमाल कर रहे हैं’’ और वे हाशिए से निकलकर अब उद्यमिता और निर्यात की अग्रणी ताकत बन गए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इनके उत्पाद अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच रहे हैं और एसएचजी ‘‘करोड़ों रुपये’’ का कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन पिछले 10 वर्षों में उन्होंने कमाल कर दिखाया है।’’ प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रतिभा के लिए अवसर पैदा करने और बाधाओं को दूर करने की बात भी कही। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक बार मन की बात में खिलौनों के बारे में कहा था... मैंने कहा था कि खिलौने भी विदेश से क्यों आएं? और आज, मैं गर्व से कहता हूं कि मेरा देश खिलौनों का निर्यात करने लगा है।
आरएसएस की राष्ट्रसेवा और 100 साल की यात्रा पर देश को गर्व है : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 साल पूरा होने का उल्लेख किया और कहा कि इस संगठन की राष्ट्रसेवा की यात्रा पर देश गर्व करता है। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है और यह प्रेरणा देता रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज से 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ...।
100 साल की राष्ट्र की सेवा एक बहुत ही गौरवपूर्ण कार्य है। व्यक्ति निर्माण से लेकर राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य लेकर मां भारती के कल्याण के लिए लाखों स्वयंसेवकों ने अपना जीवन समर्पित किया।’’ उनका कहना था, ‘‘यह एक प्रकार से दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है। 100 साल का समर्पण का इतिहास है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज लाल किले की प्राचीर से 100 साल की इस राष्ट्रसेवा की यात्रा में योगदान करने वाले सभी स्वयंसेवकों को आदरपूर्वक स्मरण करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि आरएसएस की 100 साल की भव्य, समर्पित यात्रा पर देश गर्व करता है।