By अभिनय आकाश | Nov 04, 2019
राहुल गांधी के क्षेत्रीय समग्र आर्थिक समझौते के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधने के बाद बीजेपी ने इस पर पलटवार किया है। बीजेपी मीडिया सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर राहुल को निशाने पर लिया और कुछ तथ्य पेश करते हुए कहा कि इससे आपके भूलने की बीमारी में सहायता मिलेगी। मालवीय ने ट्वीट किया"आरईसीपी से जुड़े कुछ तथ्य जो आपके भूलने की बीमारी में मदद सहायक होंगे"। मालवीय ने कहा कि आरईसीपी समझौते को लेकर बातचीत 2012 के यूपीए शासनकाल के दौरान शुरू हुई थी। चीन के साथ व्यापार घाटा में 23 गुणा बढोत्तरी हुई थी। 2005 में 1.9 बिलियन जो 2014 में बढ़कर 44.8 बिलियन हो गई थी। अब पीएम मोदी आपकी की गई गलतियों को सुधार रहे हैं।
बता दें कि क्षेत्रीय समग्र आर्थिक समझौते (आरईसीपी) को लेकर सोमवार को सरकार पर यह कहते हुए कटाक्ष किया कि मेक इन इंडिया अब ‘बाय फ्राम चाइना’ (चीन से खरीदो) हो गया है। राहुल ने आरईसीपी से जुड़ी एक खबर का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि आरईसीपी से भारत में सस्ते सामान की बाढ़ आ जाएगी जिससे लाखों नौकरियां चई जाएंगी और अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मेक इन इंडिया’ अब ‘बाय फ्राम चाइना’ बन गया है। हर साल हम प्रति भारतीय के लिए 6000 रुपये की वस्तुओं का आयात करते हैं। 2014 के बाद से आयात में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है।’
क्या है RCEP?
रीजनल कॉम्प्रीहेन्सिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) एक ऐसा प्रस्तावित व्यापक व्यापार समझौता है जिसके लिए आसियान के 10 देशों के अलावा 6 अन्य देश-चीन, भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान और न्यूजीलैंड के बीच बातचीत चल रही है। आरसीईपी के द्वारा सभी 16 देशों को शामिल करते हुए एक 'एकीकृत बाजार' बनाए जाने का प्रस्ताव है, जिससे इन देशों के उत्पादों और सेवाओं के लिए एक-दूसरे देश में पहुंच आसान हो जाएगी। इससे व्यापार की बाधाएं कम होंगी. साथ ही, निवेश, आर्थिक एवं तकनीकी सहयोग, विवाद समाधान, ई-कॉमर्स आदि को बढ़ावा मिलेगा।