RBI ने Paytm को दी 15 दिन की मोहलत, Wallet और पेमेंट्स बैंक के लिए 15 मार्च तक बढ़ाया समय

By अंकित सिंह | Feb 16, 2024

भारतीय रिज़र्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को ग्राहक खातों में जमा, क्रेडिट लेनदेन और टॉप-अप रोकने के लिए 15 दिन की छूट दी है, और तारीख को पहले निर्धारित समय सीमा 29 फरवरी, 2024 से बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक से साझेदार बैंकों के पास जमा ग्राहकों की जमा राशि की निर्बाध निकासी की सुविधा देने के लिए भी कहा है। आरबीआई ने लगातार गैर-अनुपालन के कारण पेटीएम पेमेंट्स बैंक को ग्राहक खातों में जमा, क्रेडिट लेने या टॉप-अप लेनदेन संसाधित करने से रोक दिया था। इसके अतिरिक्त, बैंक को पहले 29 फरवरी से यूपीआई सुविधाओं और फंड ट्रांसफर जैसी अन्य बैंकिंग सेवाओं को संसाधित करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।

 

इसे भी पढ़ें: Paytm फास्टैग को लेकर NHAI ने लिया बड़ा फैसला, यूजर्स पर ऐसे होगा असर


पेटीएम पेमेंट्स बैंक को एक और झटका देते हुए, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने एक निर्देश जारी कर अपने अधिकारियों को पेटीएम सहायक कंपनी से जुड़े दावों को निपटाते समय सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। इस घटनाक्रम से पेटीएम पेमेंट्स बैंक की प्रतिष्ठा पर और भी ग्रहण लग गया है, जो हाल के दिनों में कई बाधाओं का सामना कर रहा है। ईपीएफओ का कदम बैंक की विश्वसनीयता और अनुपालन मानकों पर चिंता का संकेत देता है, जिससे कर्मचारी भविष्य निधि के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार सरकारी निकाय को सतर्क रुख अपनाना पड़ता है। 

 

इसे भी पढ़ें: Paytm Crisis: ईडी ने पेटीएम के अधिकारियों से की पूछताछ, जानिए कंपनी ने क्या कहा


आरबीआई ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद ग्राहक खातों, वॉलेट, फास्टैग और अन्य उपकरणों में जमा या टॉप-अप स्वीकार करना बंद करने का निर्देश दिया था। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टोल संग्रहण इकाई भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (आईएचएमसीएल) ने राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को परेशानी से बचने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अलावा 32 अधिकृत बैंकों से ‘फास्टैग’ सेवाएं लेने की सलाह दी है। आईएचएमसीएल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए लिखा अपना ‘फास्टैग’ 32 अधिकृत बैंकों से खरीदें।

प्रमुख खबरें

Sydney Bondi Beach पर आतंकी हमला: हनुक्का कार्यक्रम में फायरिंग, 11 की मौत

दिल्ली की हवा फिर जहरीली: AQI 459 के साथ ‘सीवियर’ श्रेणी में पहुंचा प्रदूषण

नशा, न्यायिक सुधार और रोस्टर व्यवस्था पर मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत की बेबाक राय — जानिए क्या कहा?

Stanford की रिपोर्ट: AI में भारत की धाक, दुनिया में तीसरे पायदान पर, विकसित देशों को पछाड़ा