By अंकित सिंह | Aug 25, 2025
प्रभासाक्षी के साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने देश दुनिया के मुद्दों पर चर्चा की। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे। नीरज दुबे से हमने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया गए टैरिफ को लेकर ही पहला सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है। हालांकि भारत तमाम चिंताओं को पीछे कर आगे बढ़ना जारी रख रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस तरीके से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वह पूरी तरीके से गलत है। जो अमेरिका द्वारा भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है, वह अब लागू होने जा रहा है। ऐसे में चिंता तो स्वाभाविक है।
प्रभासाक्षी संपादक नीरज दुबे ने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार यह कह रहे हैं कि अगर रूस यूक्रेन युद्ध बंद नहीं होता है तो वह और पेनल्टी लगा सकते हैं। ट्रंप यह भी कह रहे हैं कि शांति का रास्ता दिल्ली से ही होकर जाता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति सार्वजनिक रूप से अपने विदेश नीति चला रहे हैं, ऐसा कभी भी अमेरिका ने पहले नहीं किया है। सार्वजनिक रूप से जिस तरीके से किसी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ वह बर्ताव करते हैं, वह भी गलत लगता है। नीरज दुबे ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान एक अलग ट्रंप लग रहे थे जबकि सत्ता में आने के बाद वह पूरी तरीके से अलग है। इस बार ट्रंप व्यवसायी ट्रंप नजर आ रहे हैं।
प्रभासाक्षी संपादक नीरज दुबे ने कहा कि जो लोग भी यह कह रहे हैं कि भारत की विदेश नीति खराब हो रही है, उन्हें यह देखना चाहिए की पूरी दुनिया में ट्रंप द्वारा लिए गए निर्णय का प्रभाव पड़ रहा है। भारत ट्रंप के फैसलों के सामने डटकर खड़ा है। भारत किसी भी कीमत पर झुकने को तैयार नहीं है। जबकि भारत पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश ट्रंप प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। नीरज दुबे ने साफ तौर पर कहा कि जिस तरीके से रिपोर्ट आई है कि अमेरिका ने भारत को कहा था कि आप रूस से तेल खरीदे, अब ट्रंप कुछ और निर्णय ले रहे हैं। भारत लगातार यह भी साफ कर रहा है कि हम रूस के सबसे बड़े खरीदार नहीं है। चीन और यूरोपीय देश उससे ज्यादा ईंधन लेते हैं। बावजूद इसके ट्रंप भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतना भारी दबाव अमेरिका की ओर से बनाया जा रहा है। बावजूद इसके हम अपने किसानों और मछुआरों के हितों को साधने में सफल हो रहे हैं। ऐसे में हमारी विदेश नीति कहां विफल हो रही है।
गिरफ्तार सीएम-पीएम को हटाने वाले बिल को लेकर भी सियासत जबरदस्त तरीके से तेज है। इसको लेकर नीरज दुबे ने कहा कि आज देश के लिए यह बिल बेहद जरूरी है। हमने देखा कि कैसे अरविंद केजरीवाल जब जेल में थे, तब यहां की सरकार चलती थी। कोई कैबिनेट का बैठक नहीं हो पता था। जेल से निर्देश आते थे जो कि लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष दावा कर रहा है कि यह हमें निशाना बनाने की कोशिश किया जा रहा है। लेकिन डर उन्हें लगता है जिन्होंने कुछ गलत किया हो। इस देश में सबसे ज्यादा शासित राज्य भाजपा के हैं। केंद्र में भी भाजपा की सरकार है। ऐसे में उन्हें डरना चाहिए। लेकिन डर विपक्ष रहा है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री पर सबसे ज्यादा केस हैं। ऐसे रिपोर्ट है। उन्होंने कहा कि अगर आप जनता के खजाने की सुरक्षा के लिए गद्दी पर बैठे हैं तो जनता का पैसा सही जगह निवेश हो, इसकी जिम्मेदारी आपकी है और ऐसे में आपको कोई भी गलत काम करते वक्त डर तो लगना ही चाहिए।
एसआईआर को लेकर देश में जारी विवाद के बीच नीरज दुबे ने कहा कि विपक्ष लगातार देश के कार्यक्रमों से किनारा कर रहा है। राहुल गांधी वोट चोरी के बात कर रहे हैं। लेकिन ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के नेताओं का दिमाग चोरी हो गया है। उन्होंने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने कांग्रेस जा रही है। लेकिन मुद्दे वह वोट चोरी का उठा रही है। बिहार के मुद्दे नहीं उठा रही है। महाराष्ट्र में वोट चोरी हुआ, लेकिन मुद्दा बिहार में बनाया जा रहा है। एसआईआर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रहा है। ऐसे में विपक्ष को कहीं ना कहीं संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा करना चाहिए। आप सिर्फ एजेंडा सेटिंग के लिए राजनीति नहीं कर सकते हैं।