By अंकित सिंह | Feb 23, 2023
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जबरदस्त वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, एमसीडी मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शैली ओबरॉय ने जीत हासिल की। हालांकि, उसके बाद एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर बवाल शुरू हो गया है। जबरदस्त हंगामे की वजह से बृहस्पतिवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक 8:00 बजे शुरू हुई थी। लेकिन नारेबाजी के बीच इसे 1 घंटे के लिए स्थगित किया गया। बाद में इसे जब पुनः शुरू किया गया तो फिर से हंगामा हुआ जिसके बाद इसे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं, आम आदमी पार्टी और भाजपा पार्षदों के बीच बवाल इतना पड़ गया था कि कई सदस्यों ने एक दूसरे के साथ मारपीट भी की और प्लास्टिक की बोतल भी फेंकी हैं।
तमाम घटनाक्रमों के लिए आम आदमी पार्टी भाजपा पर निशाना साध रही है। तो भाजपा आम आदमी पार्टी को कटघरे में ला रही है। पूरे घटनाक्रम के बाद आपके दफ्तर के बाहर भाजपा का हल्ला बोल जारी है। सदन में थप्पड़ मारते हुए की तस्वीरें तथा पार्षदों के बीच धक्का-मुक्की की करते हुए वीडियो जबर्दस्त तरीके से वायरल भी हो रहे हैं। एक वीडियो सामने भी आ रहा है जिसमें आम आदमी पार्टी के पार्षद भाजपा के पार्षद प्रमोद गुप्ता को थप्पड़ नजर से नजर आ रहे हैं। नवनिर्वाचित महापौर ने कहा कि जो सदन में व्यवस्था नहीं बनाये रखेंगे, उन्हें सदन से बाहर कर दिया जाएगा। शैली ओबरॉय ने कहा कि उन्होंने सदन का सम्मान नहीं किया, उन्होंने फिर से लोकतंत्र का सम्मान नहीं किया। यह शर्मनाक है।
शैली ओबरॉय ने कहा कि हम कल भी शांतिपूर्ण चुनाव की उम्मीद कर रहे हैं। हम क्रॉस वोटिंग से नहीं डरते, दिल्ली के लोगों ने हमें जनादेश दिया है। वे(BJP) चुनाव हार गए हैं, इसलिए वे डरे हुए हैं। वही, भाजपा पूरे मामले के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार बता रही है। भाजपा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से 4 और भाजपा की तरफ से 3 नामांकन दाखिल हुए थे। आम आदमी पार्टी को यह लग रहा था कि एक सदस्य के सीट वह खो रहे हैं। इसी कारण हंगामा हुआ। मनोज तिवारी ने एमसीडी मेयर पर पक्षपातपूर्ण काम करने का आरोप लगाया और कहा कि हमने विरोध किया। लेकिन वह टस से मस नहीं हुईं। उन्होंने मोबाइल फोन की अनुमति दे दी जिससे मतदान की गोपनीयता भी भंग हुई।