By अंकित सिंह | Jan 24, 2022
उत्तर प्रदेश चुनाव अब एक बार फिर से हिंदुस्तान-पाकिस्तान के इर्द-गिर्द होता दिखाई दे रहा है। जिन्ना विवाद के बाद अब पाकिस्तान की भी उत्तर प्रदेश में एंट्री हो गई है। हाल में ही अखिलेश यादव के एक बयान ने उत्तर प्रदेश की राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है। अब अखिलेश के बयान पर भाजपा की ओर से जबरदस्त तरीके से हमला किया जा रहा है। दरअसल, अखिलेश यादव ने एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में चीन को भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बताया था। उन्होंने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार पाकिस्तान की बात करती है लेकिन दुश्मन नंबर एक की बात नहीं करती है। अब इसी को लेकर भाजपा अखिलेश यादव को घेर रही है।
भाजपा ने कहा कि हमने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया है। अखिलेश इसे चुनाव में लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा योगी सरकार द्वारा किए कार्यो को ही मुद्दा बनाकर चुनाव मैदान में उतर रही है जबकि समाजवादी पार्टी के प्रमुख तुष्टीकरण की पराकाष्ठा पार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश जी अपने प्रत्याशियों की अगली सूची नहीं जारी कर पा रहे हैं क्योंकि पहली सूची की तरह ही उसमे भी गुंडे माफियाओं की भरमार है, वो दंगाइयों को टिकट दे रहे हैं। शुक्र है कि याकूब मेनन को फांसी दे दी गई है नहीं तो अखिलेश जी उन्हें भी देशभक्त बताकर दंगाई नाहिद हसन की तरह ही अपना प्रत्याशी बना देते। आपको बता दें कि अखिलेश यादव की ओर से कुछ दिन पहले जिन्ना को स्वतंत्रता सेनानी बताया गया था जिसके बाद भाजपा ने उन पर जबरदस्त तरीके से पलटवार किया था।