उन्होंने कहा ,‘‘ वह कैसे स्ट्रेट ड्राइव लगाते थे या बैकफुट पंच मारते थे। मैने 1992 में टीवी पर देखकर काफी कुछ सीखा।’’ भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और सहवाग के साथ क्रिकगुरू ऐप के सह संस्थापक संजय बांगड़ ने ऐप के लांच के मौके पर कहा ,‘‘ आजकल के समय में आपके पास अपने पसंदीदा क्रिकेटरों के वीडियो हैं मसलन एबी डिविलियर्स, ब्रायन लारा, क्रिस गेल या वीरेंद्र सहवाग या कोई और। हमारे समय में वीडियो उपलब्ध नहीं थे।’’
सहवाग ने कहा ,‘‘हमारे समय में ऐसी सुविधायें नहीं थी कि किसी से आनलाइन बात करके या वीडियो सबस्क्राइब करके सीखा जा सके। अगर ऐसा होता तो मैं जरूर करता और बेहतर सीख पाता।’ खेल के मानसिक और तकनीकी दोनों पहलुओं पर जोर देते हुए सहवाग ने कहा ,‘‘ मानसिक पहलू अहम है और हमने उसी को ध्यान में रखकर यह ऐप लांच किया है। इसके बाद हम क्रिकेट की तकनीक पर बात करेंगे।