By अभिनय आकाश | Dec 12, 2025
भारत के दौरे से लौटे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी है। तुर्कमेनिस्तान में प्रधानमंत्री शरीफ राष्ट्रपति पुतिन का 40 मिनट से अधिक इंतजार करते रहे। फिर भी पुतिन मिलने नहीं आए तो उठकर चले गए। रूसी मीडिया के हवाले से बताया गया है कि उस वक्त पुतिन तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन के साथ बातचीत कर रहे थे। आरटी की तरफ से जारी वीडियो देखने से साफ है कि पुतिन के इंतजार में शहबाज शरीफ किस कदर बेचैन हो रहे थे। एक कुर्सी पर शहबाज बैठे थे, बराबर में लगी दूसरी कुर्सी खाली थी।
राष्ट्रपति पुतिन की तुर्कमेनिस्तान यात्रा का मुख्य कारण 'शांति और विश्वास: सतत भविष्य के लिए लक्ष्यों की एकता' नामक कार्यक्रम में भाग लेना है। रूस का करीबी सहयोगी और स्वयं को तटस्थ देश घोषित करने वाला तुर्कमेनिस्तान इस महत्वपूर्ण सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। अपनी यात्रा के दौरान, पुतिन द्वारा तुर्कमेनिस्तान के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है, जिनमें डिजिटल विकास, विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर विशेष बल दिया जाएगा। रूस और तुर्कमेनिस्तान के बीच वर्तमान वार्षिक व्यापार 1.6 अरब डॉलर से अधिक है, और रूस का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 2.5 अरब डॉलर करना है, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और गहरा करने की रूस की दृढ़ इच्छा को दर्शाता है।
राष्ट्रपति पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के बीच होने वाली चर्चा में यूक्रेन में जारी संघर्ष और कैस्पियन और काला सागर की स्थिति पर प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है। दोनों क्षेत्रों में मौजूदा हालात अस्थिर बताए जा रहे हैं और रूसी जहाजों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह बैठक रूस और तुर्की को अपने रुख में समन्वय स्थापित करने और इन महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक मुद्दों के संभावित समाधान तलाशने का अवसर प्रदान करेगी, जिनका क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ता है। दोनों नेता इन संवेदनशील विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे।