By अभिनय आकाश | Jan 18, 2023
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर जैसे मुद्दों को हल करने के लिए भारत के साथ बातचीत करने की पेशकश करते हुए कहा कि उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेतृत्व से दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने में मदद करने के लिए कहा है। पाकिस्तान के पीएम ने पिछले हफ्ते संयुक्त अरब अमीरात स्थित एक समाचार चैनल अल अरबिया के साथ एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की थी। गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में पिछले अप्रैल में सत्ता में आने के बाद से शरीफ ने पहली बार इस तरह की पेशकश की है। पाकिस्तान स्थित समूहों पर आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला के बाद द्विपक्षीय संबंध वर्तमान में दोनों देशों के बीच सर्वकालिक निम्न स्तर पर हैं।
पाकिस्तान एक फ्लिप-फ्लॉप करता नजर आ रहा है। शरीफ ने चैनल से कहा कि भारत के साथ तीन युद्धों के बाद पाकिस्तान ने "अपना सबक सीख लिया है" और अब "भारत के साथ शांति से रहना चाहता है, बशर्ते हम अपनी वास्तविक समस्याओं को हल करने में सक्षम हों। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भी सैन्य हथियार खरीदने के बजाय गरीबी और बेरोजगारी से निपटने के लिए अपने दुर्लभ संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करना चाहता है। शरीफ ने कहा कि भारतीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को मेरा संदेश है कि आइए टेबल पर बैठें और कश्मीर जैसे हमारे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें, जहां मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है।
साक्षात्कार में एक सवाल पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कहते नजर आए कि मैंने शेख नह्वान से मदद मांगी। मैंने उनसे कहा कि वो भारत को बातचीत के लिए तैयार करें। यूएई के भारत से बहुत अच्छे संबंध हैं और वो हमारा मुस्लिम भाई भी है। वो चाहे तो पीएम मोदी और भारत को बातचीत के लिए तैयार कर सकता है। पाकिस्तान अब अमन चाहता है। पाकिस्तान अब अमन चाहता है और इसके लिए गंभीरता से बातचीत करना जरूरी है।