शिवसेना शासित BMC पेंगविन की देखभाल का रख रही विशेष ध्यान, 15 करोड़ वाले टेंडर से कांग्रेस क्यों हो गई परेशान?

By अभिनय आकाश | Sep 06, 2021

पेंगविन मूलत: दक्षिणी गोलार्द्ध, विशेष रूप से अंटार्कटिक में पाए जाते हैं। जर्नल साइकोलॉजिकल मेडिसिन में छपी एक स्टडी के अनुसार, इंसानों की तरह पेंगविन भी एक-दूसरे से ढेर सारी बातें करते हैं और उन्हें शरारतें करना पसंद है। पेंगविन इन दिनों महाराष्ट्र में चर्चा में है। वजह है शिवसेना शासित बीएमसी द्वारा पेंगविन की देखभाल पर विशेष ध्यान दिया जाना। बीएमसी का ये कदम महाराष्ट्र सरकार में उसकी सहयोगी कांग्रेस को ही रास नहीं आया है और उसने इसकी आलोचना कर दी। दरअसल पूरा मामला महाराष्ट्र के भायखला के चिड़ियाघर से जुड़ा है। शिवसेना शासित बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने 13 अगस्त को पेंगविन की देखभाल समेत उनके आइसोलेशन और स्वास्थ्य संबंधी प्रबंध के लिए 36 महीने के लिए 15.26 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया। लेकिन उनका ये कदम विपक्षी दलों समेत सहयोगी कांग्रेस को भी रास नहीं आया। 

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बीजेपी ने कहा- कोविड ड्यूटी में तैनात कर्मियों को नहीं दिया जा रहा वेतन

शिवसेना पर अक्सर हमालवर रहने वाले राणे परिवार ने इस मुद्दे को लेकर बीएमसी की खासी आलोचना की। नारायण राणे के पुत्र और भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा कि कोविड ड्यूटी में तैनात कर्मियों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जबकि सरकार पेंगविन के लिए 15 करोड़ रुपये खर्च करना चाहती है। वहीं, मुंबई की महापौर एवं शिवसेना नेता किशोरी पेडनेकर ने कहा, पेंगविन के कारण उत्पन्न राजस्व पिछले तीन वर्षों में खर्च से अधिक था। पेंगविन के कारण राजस्व भी बढ़ता है।

कांग्रेस ने उठाए सवाल

पेंगविन की देखभाल के लिए 15 करोड़ के टेंडर को लेकर कांग्रेस ने भी बीएमसी पर निशाना साधा है। बीएमसी में विपक्ष के नेता कांग्रेस के रवि राजा ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए ये टेंडर जारी किया गया है। इसके साथ ही राजा ने कहा कि तीन साल के मौजूदा अनुबंध के तहत पेंगविन पर पहले ही 10 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं जोकि इस महीने खत्म हो रहा है। राजा ने कहा, मेरी आपत्ति यह है कि पेंगविन की देखभाल के लिए इतना अधिक खर्च करने की क्या आवश्यकता है? 


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