SIPRI data: ये हैं सबसे ज्यादा हथियार बेचने वाले और खरीदने वाले देश, भारत के मुकाबले कहां खड़ा है पाकिस्तान?

By अभिनय आकाश | Mar 14, 2023

चीनी घुसपैठ की बढ़ती आशंका और पाकिस्तान की नापाक हरकतों को लेकर भारतीय सेना एलएसी और एलओसी पर मुस्तैद है। हालिया वर्षों में रक्षा क्षेत्र में उठाए गए कदमों से भारत का डिफेंस सेक्टर खासा मजबूत हुआ है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के नारे के तहत रक्षा मंत्रालय ने हथियार और सैन्य उपकरणों के आयात में काफी कटौती की है। वहीं अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट का कहना है कि भारत अभी भी 2012 और 2018 के बीच विदेशी हथियारों और सैन्य उपकरणों का शीर्ष आयातक है। स्वीडन स्थित स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2018 और 2022 के बीच भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक था, जो वैश्विक आयात का 11 प्रतिशत था। 

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भारत रूसी हथियारों के निर्यात का सबसे बड़ा बाजार 

ये डेटा इंटरनेशनल आर्म्स ट्रांसफर 2022 रिपोर्ट में SIPRI के रुझानों का हिस्सा है, जिसमें कहा गया है कि भारत 2018 से 2022 तक रूसी हथियारों के निर्यात का सबसे बड़ा बाजार था। भारत को इस अवधि के दौरान रूस द्वारा निर्यात किए गए कुल हथियारों का 31 प्रतिशत प्राप्त हुआ। हालांकि, 2013-17 की अवधि की तुलना में भारत में रूसी हथियारों के निर्यात में 37 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसी समय, 2018 और 2022 के बीच चीन को हथियारों का हस्तांतरण रूसी हथियारों के निर्यात का 23 प्रतिशत था - 2013-17 की अवधि से 37 प्रतिशत की वृद्धि।

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हथियारों का तीसरा सबसे बड़े आयातक बना कीव 

SIPRI ने पाया कि फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के परिणामस्वरूप, कीव 2022 में हथियारों के तीसरे सबसे बड़े आयातक के रूप में उभरा। युद्ध से पहले, यूक्रेन 2018 और 2022 के बीच दुनिया का 14वां सबसे बड़ा हथियार आयातक था। SIPRI द्वारा जारी किया गया डेटा पाकिस्तान और चीन के बीच "सदाबहार दोस्ती" पर भी प्रकाश डालता है। इसके अनुसार, चीन ने 2018-2022 की अवधि में पाकिस्तान के हथियारों के आयात का 77 प्रतिशत हिस्सा लिया, जो दर्शाता है कि इस्लामाबाद अपनी सैन्य जरूरतों के लिए किस हद तक बीजिंग पर निर्भर है।

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आठवें नंबर पर पाकिस्तान

SIPRI ने 2018-22 में भारत, सऊदी अरब, कतर, ऑस्ट्रेलिया और चीन को शीर्ष पांच हथियार आयातकों के रूप में चिन्हित किया है। इस अवधि के दौरान वैश्विक हथियारों के आयात का 36 प्रतिशत हिस्सा था। विश्व स्तर पर भारत की हिस्सेदारी 11 प्रतिशत थी, जिसके बाद सऊदी अरब 9.6 प्रतिशत और कतर 6.4 प्रतिशत के साथ था। डेटा ने पांच सबसे बड़े हथियार निर्यातकों के रूप में अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और जर्मनी की पहचान की। अकेले पांच देशों ने 2018 और 2022 के बीच वैश्विक हथियारों के हस्तांतरण का 76 प्रतिशत हिस्सा लिया। पाकिस्तान आठवें नंबर पर है।  

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