By निधि अविनाश | Jan 25, 2022
एक दर्जन से अधिक विद्रोही सैनिकों ने राज्य टेलीविजन पर घोषणा की कि पश्चिम अफ्रीकी देश की राजधानी में एक दिन की गोलीबारी के बाद लोकतांत्रिक रूप से चुने गए राष्ट्रपति को हिरासत में ले लिया गया है और सैन्य जुंटा ने बुर्किना फासो पर नियंत्रण कर लिया है। एक ऐसे देश में सैन्य तख्तापलट, जो कभी स्थिरता का गढ़ था, पिछले 18 महीनों में इस क्षेत्र में इस्लामिक चरमपंथी हमलों से देशों में उथल-पुथल पैदा हो गई।
कैप्टन सिदसोर काबेर औएद्रोगो ने कहा कि, सुरक्षा और बहाली के लिए देशभक्ति आंदोलन ने "इतिहास से पहले अपनी जिम्मेदारियों को संभालने का फैसला किया है।" उन्होंने कहा कि बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और संकट का प्रबंधन करने में राष्ट्रपति की अक्षमता के कारण सैनिकों ने राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे के राष्ट्रपति पद को समाप्त कर दिया है। अभी तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे कहां हैं।
जुंटा के प्रवक्ता ने कहा कि केवल तख्तापलट किया गया है, ‘‘ गिरफ्तार किए गए लोगों को किसी प्रकार की कोई चोट नहीं पहुंचाई गई, उन सभी को सम्मान के साथ सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।’’ नाम उजागर ना करने की शर्त पर विद्रोह में शामिल एक सैनिक ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि काबोरे ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। नए सैन्य शासन ने कहा कि उसने बुर्किना फासो के संविधान और ‘नेशनल असेंबली’ को भंग कर दिया है। देश की सीमाएं भी बंद हैं और रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू रहेगा।