By अभिनय आकाश | Aug 01, 2019
सरकार बदलते ही इंसाफ भी बदल जाता है और इंसाफ का तराजू भी कल तक आजम खान की पार्टी सरकार थी तो रामपुर का सारा थाना उनकी खोई हुई भैंस को खोजता था। लेकिन वहीं पुलिस उनके बेटे को थाने उठाकर ले गई। समय बदलते देर नहीं लगती, जिस शहर का कोलवाल अब्दुल्ला आजम को देखते ही कुर्सी से खड़ा हो जाता था उसी रामपुर के सिपाही उन्हें हर मुमकिन बेअदबी के साथ जीप में ठूस कर ले गए। जिसके बाद उत्तर प्रदेश का रामपुर सियासत की जंग का अखाड़ा बन गया है।जौहर यूनिवर्सिटी पर छापे और विधायक अब्दुल्ला आजम से पूछताछ से नाराज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आज रामपुर में विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने लगे हैं। वहीं रामपुर की पुलिस भी पूरी आर पार के मूड में दिख रही है।
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रामपुर के डीएम एके सिंह ने कहा कि इलाके में कांवर यात्रा और बकरा ईद के मद्देनजर धारा 144 पहले से ही लागू है। यहां अतिरिक्त सुरक्षाबल की व्यवस्था की गई है और हम किसी को भी सीमा से प्रवेश नहीं करने देंगे। जो कोई भी कानून और व्यवस्था का उल्लंघन करेगा, उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। जिसका नतीजा नजर आने लगा है, पुलिस ने सपा नेता धर्मेंद्र यादव और एस हसन समेत सैकड़ों को हिरासत में लिया है।
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बता दें कि समाजवादी पार्टी विधायक अब्दुल्ला आजम को पुलिस ने सरकारी काम में बाधा पहुंचने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ने आजम खान के साथ हो रहे सरकारी उत्पीड़न के खिलाफ 1 अगस्त सुबह 10 बजे बरेली, पीलीभीत, संभल, बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद और बिजनौर के सभी समाजवादी पार्टी नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को रामपुर पहुंचने का निर्देश दिया था।