काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को प्रदर्शनकारियों की एक भीड़ के समीप आत्मघाती बम धमाका होने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी। उस जगह सैकड़ों लोग अल्पसंख्यक हजारा समुदाय को तालिबान द्वारा निशाना बनाए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद मजरूह ने बताया कि इस विस्फोट में आठ अन्य घायल भी हो गये। यह हमला एक हाईस्कूल के सामने हुआ।
व्हाट्सअप पर साझा की गयी तस्वीर में जमीन पर कई शव नजर आ रहे हैं। गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नसरत राहिमी ने कहा, ‘‘पैदल चलकर आया आत्मघाती हमलावर प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाना चाहता था। लेकिन उसे प्रदर्शन स्थल से करीब 200 मीटर दूर सुरक्षा चौकी पर रोक लिया गया।’’ मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘कई लोग हताहत हुए और मैं कह सकता हूं कि उनमें से ज्यादातर सुरक्षाकर्मी हैं।’’ उन्होंने जमीन पर 10-15 हताहत लोगों और इधर-उधर बिखरे अंगों को भी देखा।
उन्होंने बताया कि ज्यादातर हताहत लोग अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी के सदस्य और पुलिसकर्मी हैं जिन्हें प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। चश्मदीद कैस नवाबी ने कहा, ‘‘इश्तिकाल हाईस्कूल के समीप जबर्दस्त धमाका हुआ। वहीं पास में प्रदर्शनकारी इकट्ठा थे। फिलहाल किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों समेत लोग दक्षिणपूर्वी गजनी प्रांत के हजारा बहुल दो जिलों में सेना की तैनाती की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे थे। ज्यादातर हजारा शिया मुसलमान होते हैं।