By रितिका कमठान | Jun 19, 2025
टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया फ्लाइट एआई171 के एक्सीडेंट को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस उड़ान को लेकर पहले कोई चेतावनी नहीं थी और इसके दोनों इंजन अच्छी स्थिति में थे।। इस फ्लाइट एआई171 ने 12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरी थी और कुछ ही मिनटों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 270 से अधिक लोग मारे गए थे।
इसे "अत्यंत कठिन स्थिति" बताते हुए उन्होंने कहा कि सच्चाई उजागर करने के लिए ब्लैक बॉक्स विश्लेषण का इंतजार करना चाहिए। एयर इंडिया का विमान एआई171, जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, चालक दल सहित 242 यात्रियों को लेकर लंदन जा रहा था, 12 जून को उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद अहमदाबाद में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में विमान में सवार 241 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई तथा कई अन्य जमीन पर मारे गए।
चंद्रशेखरन ने टाइम्स नाउ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "यह अत्यंत कठिन स्थिति है, जहां मेरे पास मृतकों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए शब्द नहीं हैं।" उन्होंने इस त्रासदी के लिए खेद भी जताया। चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, "मुझे इस बात का गहरा अफसोस है कि यह दुर्घटना टाटा द्वारा संचालित एयरलाइन में हुई। और मुझे बहुत दुख है। हम इस समय केवल इतना ही कर सकते हैं कि हम परिवारों के साथ रहें, उनके साथ दुख मनाएँ और हम इस समय और उसके बाद भी उनका समर्थन करने के लिए सब कुछ करेंगे।"
पायलटों को लेकर कहा ये
पायलटों की योग्यता के बारे में चंद्रशेखरन ने कहा, "दोनों पायलट असाधारण थे। कैप्टन सभरवाल के पास 11,500 घंटे से ज़्यादा उड़ान का अनुभव था, जबकि फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव (कुंदर) के पास 3,400 घंटे से ज़्यादा उड़ान का अनुभव था। मैंने अपने सहकर्मियों से सुना है कि वे बेहतरीन पायलट और बेहतरीन पेशेवर थे। इसलिए, हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते। सभी विशेषज्ञों ने मुझे बताया है कि ब्लैक बॉक्स और रिकॉर्डर निश्चित रूप से कहानी बताएंगे। इसलिए, हमें बस उसका इंतज़ार करना होगा।"