By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 24, 2020
सूत्रों ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के अधिक गंभीर होने के अनेक कारण हैं। इनमें एक महत्वपूर्ण कारण प्रदूषण है। इसके साथ उन्होंने हाल ही में आई बायो-डिकम्पोजर तकनीक का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री से पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण उत्पन्न होने वाले प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।’’ वैज्ञानिकों के अनुसार, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा का ‘पूसा बायो-डिकम्पोजर’ पराली को 15 से 20 दिन के भीतर खाद में बदल सकता है और इससे पराली जलाने से निजात मिल सकती है। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में केजरीवाल ने अनुरोध किया कि जब तक शहर में संक्रमण की तीसरी लहर का कहर जारी है तब तक दिल्ली स्थित केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए अतिरिक्त 1,000 आईसीयू बिस्तर आरक्षित किए जाएं।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की जहां हाल के दिनों में संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 4,454 नए मामले आए और संक्रमण की दर 11.94 प्रतिशत रही। वहीं, शहर में और 121 लोगों की मौत होने के साथ हीसंक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,512 हो गई है। पिछले 12 दिनों में यह छठवीं बार है जब एक दिन में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 100 से ज्यादा रही है। प्रशासन के अनुसार, कोविड-19 से रविवार को 121, शनिवार को 118, शुक्रवार, 18 नवंबर को सबसे ज्यादा 131 और 12 नवंबर को 104 लोगों की मौत हुई है। आज दिन में मुख्यमंत्री ने शहर में इस सप्ताह बनाए जा रहे अतिरिक्त आईसीयू बिस्तरों के लिए तत्काल 1,200 बीआईपीएपी मशीनें खरीदने का आदेश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) से तत्काल 1,200 बीआईपीएपी मशीनें खरीदी जाएंगी।