गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (IP) में नए अकैडमिक सेशन के एडमिशन के लिए एंट्रैस नहीं होंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए अब IP यूनिवर्सिटी कई कोर्सेज के एडमिशन अब मैरिट पर तय करेगी। यह प्रस्ताव यूनिवर्सिटी ने दिल्ली सरकार को भेजा है। बता दें कि IP यूनिवर्सिटी में यूजी, पीजी के एडमिशन के लिए एंट्रैस एगजाम होते हैं लेकिन इस साल कोरोना संकट के कारण बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स का ऑफलाइन एगजाम लेना संभव नहीं है। जानकारी के मुताबिक अब तक डेढ़ लाख स्टूडेंट्स ने अलग-अलग कोर्सेज के लिए IP यूनिवर्सिटी में अप्लाई किया हुआ है और आईपी में एडमिशन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 31 जुलाई है।
यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो महेश वर्मा ने बताया कि कई कोर्सेज के एडमिशन एंट्रैंस के जरिए किए जाते है और इनमें से JEE, COMMON LAW ADMISSION TEST, CAT, NEET, NATA जैसे कोर्सेज के लिए एडमिशन नैशनल लेवल पर करवाए जाते है जिसके लिए यूनिवर्सिटी एंट्रैंस को ही फॉलो करेगा लेकिन CET कॉमन एंट्रैस टेस्ट के एडमिशन के लिए बाकी यूनिवर्सिटी की तरह क्वालिफाइंग मार्क्स के आधार पर एडमिशन दिया जा सकता है।
वीसी के मुताबिक 'हमें दिल्ली सरकार के साथ-साथ चांसलर की भी मंजूरी का इंतजार है'। वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी के एक्ट में लिखा है कि एडमिशन कॉमन एंट्रैस टेस्ट के जरिए होते है। इसी को देखते हुए अनलॉक एडमिशन के लिए कई गाइडलाइंस जारी किए जाएंगे और फैसला लिया जाएगा।बीए, बीकॉम, बीएड, एमएड, एमटेक, एमबीए, एमएससी समेत कई कोर्सेज के लिए खुद एंट्रैंस करवाता है। बता दें कि कोरोना महामारी के कारण यूनिनर्सिटी एंट्रैस को लेकर कोई फैसला नहीं ले पा रहा है। आईपी में 94 प्रोग्राम की करीब 36 हजार सीटों के लिए एडमिशन होंगे। 67 प्रोग्राम के लिए सीईटी के आधार पर होगा। 12 प्रोग्राम के लिए नैशनल लेवल टेस्ट, 13 प्रोग्राम के लिए क्वालिफाइंग एगजाम के आधार पर एडमिशन होगा।