By अभिनय आकाश | Sep 17, 2025
यूक्रेन की एनर्जी कंसल्टेंशिंग फर्म ने एनकोर ने कहा कि यूक्रेन भारत से डीजल की खरीद बंद करने जा रहा है। फर्म के मुताबिक 1 अक्टूबर से भारत से उत्पादित डीजल ईंधन के आयात पर प्रतिबंध लगाएगा। बताया जा रहा है कि ये रोक भारत के रूसी तेल खरीद को देखते हुए लगाई जा रही है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एनकोर के हवाले से ये खबर दी है। एजेंसी के मुताबिक यूक्रेन की एक अन्य कंसल्टेंशी एन 9 ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि इस साल की गर्मियों में एक प्रमुख यूक्रेनी तेल रिफाइनरी को बंद करना पड़ा था।
रिफाइनरी के बंद होने के पीछे की वजह यूक्रेनी व्यापारियों को भारत से डीजल ईंधन खरीदकर आयात करने की भरपाई करनी पड़ी। यहां तक की यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने भी भारत से ईंधन की खरीद की है। इसकी क्वालिटी अच्छी मानी जााती है।
रूस ड्रोन, मिसाइलों से यूक्रेन की तेल रिफाइनरी और एनर्जी सेक्टर के भंडारों पर हमले कर रहा है। इससे यूक्रेन की रिफाइनरी और तेल स्टोरेज फैसिलिटी को नुकसान हुआ। एनकोर का कहना है कि यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसियों ने आदेश दिया है कि भारत से खरीदे गए सभी तरह की डीजल की जांच होनी चाहिए।
फर्म का कहना है कि भारतीय डीजल की लैब में जांच हो ताकी इस बात का पता लग सके की उसमें रूसी कंपोनेंट मौजूद तो नहीं हैं। एनकोर का कहना है कि यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसियों ने आदेश दिया है कि आयातित भारतीय डीज़ल ईंधन की सभी खेपों का प्रयोगशाला विश्लेषण किया जाए ताकि रूसी घटकों की मौजूदगी की जाँच की जा सके।
एनकोर ने कहा कि यूक्रेन ने अगस्त में 119,000 टन भारतीय डीज़ल ईंधन का आयात किया, जो कुल डीज़ल आयात का 18% है। 2022 में रूस के साथ शुरू होने वाले पूर्ण युद्ध से पहले, यूक्रेन घरेलू उत्पादन की कमी की भरपाई के लिए मुख्य रूप से बेलारूस और रूस से डीज़ल ईंधन का आयात करता था। 2022 से यह मुख्य रूप से पश्चिमी यूरोपीय देशों से आयात करता रहा है। ए-95 ने कहा कि वर्ष की पहली छमाही में डीजल ईंधन का आयात वर्ष-दर-वर्ष 13% घटकर 2.74 मिलियन मीट्रिक टन रह गया।