By अनन्या मिश्रा | May 13, 2024
आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। वहीं आंध्र प्रदेश की ओंगल विधानसभा सीट एक महत्वपूर्ण सीट है। बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस पार्टी के युवजन स्रमिका रइथु ने जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार ओंगोल विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता के समर्थन पर है। ऐसे में यह देखना काफी ज्यादा दिलचस्प है कि ओंगल विधानसभा सीट से किस प्रत्याशी को जनता का भरपूर समर्थन प्राप्त होगा।
बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी के प्रत्याशी एम श्रीनिवास रेड्डी ने जीत हासिल की। इस चुनाव में उनको 7,39,202 वोट मिले। तो वहीं टीडीपी के नेता सिद्ध राघव राव को 5,24,351 वोट मिले थे। ओंगल सीट पर करीब 15 लाख मतदाता हैं, जिनमें पुरुषों की संख्या 7,36,216 है और महिला मतदाताओं की संख्या 7,33,891 है। यह क्षेत्र आगामी चुनावों में दावेदारों के भाग्य का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वाईएसआरसी ने इस सीट से मौजूदा विधायक बालिनेनी श्रीनिवास रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारा है। इन्होंने रिकॉर्ड पांच बार ओंगोल विधायक सीट जीती है। टीडीपी ने इस क्षेत्र को वापस जीतने के लिए दमचार्ला जनार्दन राव पर दांव लगाया है। इसके अलावा कांग्रेस ने तुर्कपल्ली नागा लक्ष्मी और बसपा ने तातिपर्ती वेंकट स्वामी पर भरोसा जताया है। ओंगोल विधानसभा क्षेत्र में केवल दो मंडल हैं- ओंगोल और कोथापट्टनम।
टीडीपी उम्मीदवार दमचार्ला जनार्दन राव को सत्ता विरोधी वोट मिलने की आस है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी बालिनेनी श्रीनिवास रेड्डी के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए चुनाव प्रचार जोर कर दिया था। दमचार्ला के मुताबिक विधानसभा चुनाव में त्रिपक्षीय गठबंधन प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।