Unlock 5 के 50वें दिन केंद्र ने निगरानी व जांच के प्रयास मजबूत करने के लिए चार राज्यों में भेजीं उच्च स्तरीय टीमें

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 19, 2020

हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर के कुछ जिलों में कोविड​​-19 के अधिक मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने उच्चस्तरीय टीमें रवाना की हैं। ये टीमें संक्रमण के मामलों की रोकथाम, निगरानी, ​​जांच और कुशल नैदानिक ​​प्रबंधन को मजबूत करने की दिशा में राज्यों के प्रयासों को गति प्रदान करेंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन सामने आने वाले नए कोविड​​-19 मामलों और मौतों की संख्या में वृद्धि का प्रभाव हरियाणा और राजस्थान में आने वाले एनसीआर क्षेत्रों में देखा जा रहा है, जहां कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। नयी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया हरियाणा के लिए तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि डॉ. वी के पॉल,सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग राजस्थान के लिए टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि डॉ. एस के सिंह, निदेशक (एनसीडीसी) गुजरात के लिए टीम का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि डॉ. एल. स्वास्तिचरण, अतिरिक्त डीडीजी, डीएचजीएस मणिपुर की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। टीमें उन जिलों का दौरा करेंगी जहां कोविड-19 के अधिक मामले सामने आ रहे हैं और संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण उपायों, निगरानी, ​जांच और संक्रमित मामलों के कुशल नैदानिक ​​प्रबंधन के राज्यों के प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में सहयोग करेंगी। मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय टीमें समय पर जांच और अन्य संबंधित चुनौतियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने के लिए राज्यों का मार्गदर्शन करेंगी।   

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दिल्ली में करीब 60 अस्पतालों में वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं

राजधानी में कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड (बिस्तर) की कमी बढ़ती जा रही है। आधिकारिक आकंड़ों के अनुसार दिल्ली में करीब 60 अस्पतालों में वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड नहीं है। संक्रमण के मामलों में वृद्धि ऐसे समय में हुई है, जब सर्दियां करीब आ रही हैं और शहर में गंभीर रूप से बिगड़ती वायु गुणवत्ता ने श्वसन संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी है। दिल्ली सरकार के ऑनलाइन ‘कोरोना डैशबोर्ड’ के अनुसार शहर में बृहस्पतिवार देर रात साढ़े 12 बजे विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में 1,362 में से 131 कोविड-19 आईसीयू बेड ही उपलब्ध थे। आंकड़ों के अनुसार ‘राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल’ (आरजीएसएसएच), साकेत, पटपड़गंज तथा शालीमार बाग में ‘मैक्स अस्पताल’, ‘बत्रा अस्पताल’, शालीमार बाग तथा वसंत कुंज में ‘फोर्टिस अस्पताल’, ‘फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट’ और द्वारका में ‘वेंकटेश्वर अस्पताल’ में एक भी बेड उपलब्ध नहीं था। बृहस्पतिवार देर रात साढ़े 12 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली सरकार के अधीन कोविड-19 को समर्पित आरजीएसएसएच में वेंटिलेटर वाले 200 आईसीयू बेड हैं और इनमें से एक भी खाली नहीं था। वहीं एलएनजेपी अस्पताल के 200 में केवल सात बेड खाली थे।

आंकड़ों के अनुसार ‘एम्स ट्रामा सेंटर’ के 71 में से केवल सात आईसीयू बेड खाली थे। वहीं ‘सफदरजंग’ के भी 65 में से सात बेड ही खाली थे। ‘सर गंगा राम अस्पताल’ में 45 में से आठ, आरएमएल अस्पताल में 28 में से केवल दो आईसीयू बेड खाली थे। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली सरकार के अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों जैसे, ‘बीएसए अस्पताल’ में, 12 में से नौ बेड खाली थे और ‘एसजीएमएच अस्पताल’ में, छह में से चार और ‘डीडीयू अस्पताल’ में एक भी बेड खाली नहीं था। दिल्ली के कोविड-19 के अलावा अन्य मरीजों को समर्पित आईसीयू बेड में भी धीरे-धीरे कम होती जा रही है। दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद से कोरोना वायरस के मामलों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जब पांच हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। 11 नवम्बर को यहां आठ हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। वहीं, दिल्ली में बुधवार को 7,486 नए मामले सामने आने आए थे और 133 और लोगों की इससे मौत हुई। 

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झारखंड में कोरोना के 251 नए मामले 

झारखंड में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण से तीन और व्यक्तियों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 934 हो गयी है जबकि संक्रमण के 251 नये मामले सामने आये जिन्हें मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या अब बढ़कर 106742 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की आज जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 103171 लोग अब तक ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। इसके अलावा 2637 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इसके अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य में तीन संक्रमितो की मौत हो गयी जिनमें से धनबाद, देवघर और जामताड़ा के एक-एक संक्रमित शामिल थे। 

महाराष्ट्र सरकार ने अधिकारियों से जांच बढ़ाने को कहा महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका जताते हुए अधिकारियों से कहा है कि वे अभी निगरानी को कम न करें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय द्वारा पिछले हफ्ते जारी एक परिपत्र-सह-परामर्श में कहा गया है कि जनवरी-फरवरी में महामारी की दूसरी लहर की आशंका है। उसमें संबंधित अधिकारियों से राज्य में कोविड-19 जांच बढ़ाने के लिए कहा गया है। उसमें अधिकारियों से संभावित सुपर-स्प्रेडर्स की पहचान करने के लिए कहा है, जिनमें किराने की दुकान चलाने वाले, घर-घर सेवाएं प्रदान करने वाले, परिवहन क्षेत्र में काम करने वाले लोग, मजदूर, हाउसिंग सोसाइटी में तैनात सुरक्षा गार्ड, पुलिस और होमगार्ड इत्यादि शामिल हैं। परिपत्र में कहा गया, कई यूरोपीय देश कोविड​​-19 की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं। इस आधार पर आशंका है कि हमें भी जनवरी-फरवरी में दूसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। राज्य सरकार ने जिला प्रशासनों, नगर निगमों और चिकित्सा अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि प्रयोगशाला जांच में कोई ढिलाई न हो और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी जांच की जाए।

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परिपत्र में अधिकारियों से राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में फ्लू केंद्रों की मदद से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी वाले लोगों का सर्वेक्षण जारी रखने के लिए कहा है। स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. अर्चना पाटिल ने परिपत्र में कहा, लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाने और नियमित तौर पर हाथ धोने जैसे स्वच्छा मानदंडों का पालन करने, सार्वजनिक क्षेत्रों में थूकने से परहेज करने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। पुणे के जिलाधिकारी राजेश देशमुख ने पीटीआई-से कहा, हम किसी भी स्थिति को संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमारे पास सब कुछ है, चाहे जांच की व्यवस्था हो, बुनियादी ढांचा या श्रमशक्ति हो। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र में बुधवार को कोविड-19 के 5,011 नए मामले आने के साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या 17,57,520 हो गई। बीमारी से 100 और मौतें होने के साथ राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 46,202 हो गई। 

ओडिशा में कोविड-19 के 868 नए मामले आए

ओडिशा में 868 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बृहस्पतिवार को कोविड-19 के मामले बढ़कर 3,11,788 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 17 और रोगियों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया, जिससे तटीय राज्य में मृतकों की संख्या 1,592 हो गई। अधिकारी ने बताया कि पृथकवास केंद्रों से 499 नए मामले सामने आए, जबकि 369 मामले संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के दौरान सामने आए। उन्होंने बताया कि खुर्दा जिले में सबसे अधिक 126 नए मामले सामने आए, उसके बाद सुंदरगढ़ में 87 और कटक में 64 मामले सामने आए। अधिकारी ने बताया कि सुंदरगढ़ में चार, संबलपुर में तीन, खुर्दा में दो और भद्रक, कटक, गजपति, गंजम, केंद्रपाड़ा, नयागढ़, रायगढ़ और सुबर्णपुर जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि अब राज्य में 8,366 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 3,01,777 लोग अब तक इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। ओडिशा में कोविड​​-19 के लिए अब तक 54.24 लाख से अधिक नमूनों की जांच हो चुकी है। 

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नोएडा में कोविड-19 के 218 नए मामले

उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में बृहस्पतिवार सुबह तक कोविड-19 के 218 नये मामले सामने आये हैं जबकि पिछले 24 घंटे में 129 मरीज उपचार के बाद संक्रमण मुक्त हुये हैं। जिले में कोरोना वायरस से अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। जिला निगरानी अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह तक गौतमबुद्ध नगर में कोविड-19 के 218 मरीज पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित 129 मरीज उपचार के दौरान पिछले 24 घंटे में संक्रमण मुक्त हुये हैं। उन्होंने बताया कि यहां के विभिन्न अस्पतालों में 1,411 मरीजों का उपचार चल रहा है। जिला निगरानी अधिकारी ने बताया कि अब तक जनपद में 19,505 मरीज सफल उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं जबकि 20,989 मरीज अब तक जिले में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में अब तक 73 लोगों की कोरोनावायरस की वजह से मौत हो चुकी है।

मास्क नहीं लगाने पर देना पड़ेगा 2000 का जुर्माना

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर फेस मास्क नहीं लगाने के लिए जुर्माने की राशि 500 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। साथ ही उन्होंने अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का भी ऐलान किया। केजरीवाल ने लोगों से शहर में तालाब और अन्य जलाशयों के किनारे छठ नहीं मनाने की भी अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार 19 नवंबर से निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत आईसीयू बिस्तर कोविड-19 रोगियों के लिए आरक्षित करने के अपने फैसले को लागू कर रही है। उन्होंने एक आनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि निजी अस्पतालों को गैर-आईसीयू कोविड​​-19 बिस्तर 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत करने का भी निर्देश दिया गया है। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात करके उन्हें सरकार द्वारा कोविड-19 की जांच के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मास्क नहीं पहनने के लिए जुर्माना 500 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1,400 से अधिक आईसीयू बिस्तर की व्यवस्था की जा रही है जिसमें से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 663 और केंद्र सरकार की इकाइयों में 750 आईसीयू बिस्तर शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली में कोविड-19 रोगियों के लिए लगभग 7,500 सामान्य और 446 आईसीयू बिस्तर उपलब्ध हैं।

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