By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 30, 2020
वाशिंगटन। अमेरिका की एक बायोटेक कंपनी ने दावा किया है कि देश के एक बड़े सरकारी अध्ययन में कोरोना वायरस के खिलाफ उसकी प्रायोगिक दवा प्रभावी साबित हुई है। गिलीड साइंसेज की मानें तो उसकी दवा रेमडेसिविर कोरोना वायरस के खिलाफ इस तरह की जांच में खरी उतरने वाली पहली दवा होगी। इलाज का विकल्प मिलने पर महामारी से निपटने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है क्योंकि स्वास्थ्य अधिकारी अभी किसी तरह का टीका विकसित होने में कम से कम एक साल या उससे अधिक समय लगने की संभावना जता रहे हैं।
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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) द्वारा कराए गये अध्ययन में दुनियाभर में अस्पतालों में भर्ती कोरोना वायरस के करीब 800 रोगियों में रेमडेसिविर बनाम सामान्य देखभाल का परीक्षण किया गया। गिलीड ने बुधवार को परीक्षण के परिणाम का ब्योरा नहीं दिया, लेकिन कहा कि जल्द ही इस बाबत घोषणा की जा सकती है। एनआईच के अधिकारियों ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं दी।