By अभिनय आकाश | Mar 25, 2022
योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इसमें बीजेपी के तमाम मुख्यमंत्री तो मौजूद थे इसके साथ ही अन्य दल के सहयोगी नेता भी मौजूद थे। योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी के गवाह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बने। शपथ ग्रहण समारोह के बीच में नीतीश कुमार की एंट्री होती है। नीतीश धीमी कदमों के साथ मंच की ओर बढ़ते हैं, पहले केशव प्रसाद मौर्य खड़े होकर उनका अभिवादन करते हैं। नीतीश आगे बढ़ते हैं और सीएम से मिलते हैं। जिसके बाद नीतीश झुककर प्रधानमंत्री का अभिवादन करते हैं इस दौरान मोदी भी अपनी सीट से खड़े होकर उनका स्वागत करते हुए नजर आते हैं।
तस्वीर के मायने
लोकतंत्र में ये एक सामान्य तस्वीर हो सकती है लेकिन दूसरे परिदृश्य से देखें तो नीतीश कुमार का किसी दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में जाना बहुत कुछ कहता है। 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें जेडीयू से ज्यादा आई फिर भी नीतीश कुमार को बिहार में मुख्यमंत्री बनाया गया। इतना ही नहीं यूपी के चुनाव में भी जब बीजेपी का जेडीयू से गठबंधन नहीं हुआ तो उसने अकेले चुनाव लड़ा। लेकिन एक भी सीट पर चुनाव नहीं जीत पाए। फिर भी नीतीश कुमार योगी के शपथ ग्रहण समारोह में गए।
राजद के तंज
नीतीश का योगी के शपथ ग्रहण समारोह में जाना और फिर प्रधानमंत्री के साथ इस तरह मिलना उनके विरोधियों को रास नहीं आया। राजद ने नीतीश के झुककर प्रधानमंत्री को अभिवादन करने को लेकर तंज कसा है और उनके पुराने भाषणों का हवाला भी दिया है। नीतीश और प्रधानमंत्री के तस्वीर और साथी बिहार के सीएम के विधानसभा में दिए भाषण को ट्वीट करते हुए राजद ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा “मिट्टी में मिल जाऊँगा,भाजपा में नहीं जाऊँगा।” अब बस मिट्टी में लेटकर पैर पकड़ना ही बाक़ी बचा है।