By अंकित सिंह | Jul 02, 2025
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता पुनरीक्षण के मामले पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने फिर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि हम लगातार अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ चुनाव आयोग से मिलने का अनुरोध करते रहे हैं। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस राज्य में चुनाव होने हैं, वहां अगर विपक्ष चुनाव आयोग से मिलना चाहता है तो चुनाव आयोग उन्हें मिलने का समय नहीं दे रहा है। हमने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। ये लोग लोकतंत्र को खत्म करने पर तुले हुए हैं और चुनाव आयोग संविधान की धज्जियां उड़ाने पर तुला हुआ है।
राजद नेता ने आगे कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। हमने सुना है कि वे गठबंधन के प्रतिनिधिमंडलों से नहीं मिलेंगे, बल्कि हर पार्टी से अलग-अलग मिलेंगे। लेकिन क्यों? ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग मोदी का आयोग बन गया है। भाजपा और नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप हैं। वे हार रहे हैं, इसलिए चुनाव आयोग पीछे से उनकी मदद कर रहा है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि चुनाव आयोग ने (किसी राजनीतिक दल को) समय नहीं दिया हो। वे एक राष्ट्र, एक चुनाव की बात करते हैं, लेकिन एक भी जगह चुनाव ठीक से नहीं होते, बेईमानी हो रही है। उनके पास हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं है। इसलिए, वे हमें नहीं दे रहे हैं। चुनाव आयुक्त मिस्टर इंडिया क्यों बन गए हैं?
तेजस्वी यादव ने कहा कि भविष्य में मोदी जी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा देंगे और पूरा प्रभार अपने हाथ में ले लेंगे। चुनाव आयोग कठपुतली बन गया है...यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है कि वोट का अधिकार छीना जा रहा है और चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के साथ बैठक नहीं कर रहा है। न्याय कहां है? चुनाव आयोग ने कभी भी पीएम मोदी और अन्य प्रमुख नेताओं के खिलाफ उनके भाषणों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की है।