Small Budget Car: आखिर क्यों कम होता जा रहा सस्ते कारों का बाजार, जानें क्या है इसकी इंसाइड स्टोरी

By अंकित सिंह | Jan 20, 2023

एक वक्त था जब भारत में सस्ती कारों की जबरदस्त मांग हुआ करती थी। हालांकि, सस्ती गाड़ियों का बाजार अब कहीं ना कहीं से सिमटका हुआ दिखाई दे रहा है। पहले मिडिल क्लास वालों के लिए सस्ती गाड़ियां खरीदना कोई बड़ी बात नहीं हुआ करती थी। लेकिन अब ऐसा लगता है कि महंगाई ने मिडिल क्लास परिवार से कारों को दूर कर दिया है। यही कारण है कि सस्ती गाड़ियां इन दिनों बाजार से धीरे-धीरे गायब होती दिखाई दे रही हैं। कम बजट की गाड़ियां बाजार में कम ही बची हुई है। हम सस्ती गाड़ियां यानी कि उन गाड़ियों के बात कर रहे हैं जो 5 लाख तक में उपलब्ध होती रही हैं। लेकिन अब इस कैटेगरी में काफी कम गाड़ियां बची हैं।

 

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वर्तमान में बात की जाए तो मारुति सुजुकी की 2 गाड़ियां ऑल्टो और एस प्रसो ऐसी दो गाड़ियां हैं जो 5 लाख की कम कीमत पर उपलब्ध हो सकती हैं। लेकिन इस बात की भी उम्मीद नहीं रखनी चाहिए कि इस रेंज की गाड़ियां आने वाले दिनों में लॉन्च भी होंगी। फिलहाल सस्ती गाड़ियों को लेकर ऑटोमोबाइल कंपनियां कोई प्लानिंग नहीं कर रही है। हाल में ही ग्रेटर नोएडा में संपन्न ऑटो एक्सपो में भी सस्ती गाड़ियों को लेकर कोई खास प्रदर्शन नहीं दिखा। इस बार के ऑटो एक्सपो में इलेक्ट्रॉनिक कार और सीएनजी कारों की धूम रही। लेकिन सस्ती गाड़ियों का बोलबाला कम देखने को मिला।  

 

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सस्ती गाड़ियों के कम दिखने का कारण महंगाई को माना जा रहा है। जो व्यक्ति टू व्हीलर से अपग्रेड होकर कार खरीदना चाहता था, उसके लिए अब वहां तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण महंगाई है। दोपहिया वाहनों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हुई है तो ही गाड़ियों की कीमतें भी बढ़ रही है। महंगाई की वजह से कार कंपनियां भी अब अपना पूरा फोकस अपर मिडिल क्लास पर कर रही है। 

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