By दिव्यांशी भदौरिया | Oct 06, 2025
कई बार कहीं फंस जाते हैं या फिर वर्क के चलते पेशाब रोकना आपके हेल्थ को भी खराब कर सकती है। लंबी यात्रा, ट्रैफिक जाम बाथरुम की सुविधा दूर होने के कारण महिलाएं पेशाब करने नहीं जाती है, ऐसा करना असुविधाजनक नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकता है। वैसे थोड़ी-थोड़ी पेशाब रोकना नॉर्मल होता है, अगर आपने इसे आदत बना लिया है, तो यह आपके यूरिन सिस्टम को खराब कर देता है। डॉक्टर के मुताबिक, पेशाब रोकने से ब्लैडर पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है और बार-बार ऐसा करने से ब्लैडर की मसल्स कमजोर हो सकता है। इसके अलावा अंडरएक्टिव ब्लैडर (UAB) जैसी समस्या भी हो सकती है। आइए आपको बताते हैं पेशाब रोकने से क्या-क्या नुकसान होता है।
ब्लैडर की संवेदनशीलता कम होती है
बार-बार पेशाब रोकने से ब्लैडर की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे यह संवेदनशीलता कम हो जाती है। इसका मतलब है कि ब्लैडर अब समय पर संकेत नहीं देता और पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं होती। लंबे समय से पेशाब रोकने से यूरीन पास करने में दिक्कत होती है और यूरिनरी सिस्टम में समस्याएं हो सकती हैं।
यूटीआई का खतरा
अगर आप दिन में दो बार से कम पेशाब करती है, तो आपको यूटीआई हो सकता है। यूटीआई का अर्थ है कि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा तीन गुना ज्यादा हो जाता है। लगातार पेशाब रोकने से बैक्टीरिया आसानी से बनने लगते हैं और यूरिन के रास्ते में इंफेक्शन हो सकता है।
किडनी पर प्रेशर और नुकसान
अगर आप पेशाब रोकते हैं, तो इससे ब्लैडर पर प्रेशर बढ़ता है। कभी-कभी पेशाब वापस किडनी की ओर भी जा सकता है, जिसे Vesicoureteral Reflux कहते हैं। यह समस्या लंबे समय से बनी रहे तो किडनी डैमेज भी हो सकती है।
पेल्विक फ्लोर की कमजोरी
लगातार पेशाब रोकने से महिलाओं की पेल्विक फ्लोर मसल्स कमजोर हो जाती है। यह मसल्स यूरिन कंट्रोल करने में मदद करती है। कमजोर पेल्विक फ्लोर बार-बार पेशाब का रुकना, लीक होना या यूरिन संबंधी अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
कितनी देर में पेशाब करना चाहिए
- कम से कम 3-4 घंटे में पेशाब करें।
- रेगुलर मात्रा में पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
- नियमित रुप से एक्सरसाइज और पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज जरुर करें।
- अपने बॉडी के संकेतों को समझना भी जरुरी है और समय पर पेशाब करें।