By अंकित सिंह | Feb 07, 2025
आम आदमी पार्टी के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों पर एसीबी जांच कराने के लिए दिल्ली एलजी के प्रमुख सचिव द्वारा मुख्य सचिव को पत्र लिखने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक टीम आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। हालांकि, इसको लेकर विवाद बढ़ गया है। अरविंद केजरीवाल के वकील ऋषिकेश कुमार ने कहा कि जांच या तलाशी के लिए किसी के आवास में प्रवेश करने के लिए संबंधित एजेंसी के पास ऐसा करने का लिखित आदेश होना चाहिए।
ऋषिकेश कुमार ने कहा कि कानूनी आदेशों के बिना किसी की संपत्ति में प्रवेश करना गैरकानूनी है और इसे अतिक्रमण माना जाता है। उन्होंने कहा कि वे उस पीले लिफाफे में स्टेशनरी का सामान ले जा रहे थे। उन्हें अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचने के लिए कहा गया था और वे बिना किसी आधिकारिक दस्तावेज के यहां पहुंच गए। जांच एजेंसियां मजाक बनकर रह गई हैं। आप लीगल सेल के अध्यक्ष संजीव नासियार ने कहा कि बीजेपी के निर्देश पर यहां सुरक्षा कक्ष में बैठे एसीबी अधिकारियों के पास यहां तलाशी लेने के लिए कोई नोटिस या दस्तावेज नहीं है।
नासियार ने कहा कि वे इस बात से भी अनजान हैं कि संजय सिंह बीजेपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पहले से ही एसीबी कार्यालय में मौजूद हैं... बीजेपी कल होने वाले नुकसान से ध्यान भटकाने के लिए ये हथकंडे अपना रही है। यह जांच केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों से शुरू हुई है, जिन्होंने भाजपा पर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले AAP उम्मीदवारों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी पार्टी के 16 उम्मीदवारों से भाजपा में शामिल होने पर 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की गई थी।