दंगे के एक मामले में आप विधायक को हिरासत में लिया गया, बाद में जमानत पर हुए रिहा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 01, 2019

नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी को शुक्रवार को 2013 में हुए दंगे के एक मामले में बार-बार अदालत के समन और वारंट का अनुपालन नहीं करने के चलते शुक्रवार को हिरासत में लिया गया। हालांकि, बाद में उन्हें अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया। त्रिपाठी जब सुनवाई की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर को पेश नहीं हुए तो गुरुवार को उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया। इसके बाद उन्हें विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहर के समक्ष पेश किया गया।

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मॉडल टाउन निर्वाचन क्षेत्र के विधायक त्रिपाठी और 17 अन्य लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने और दिल्ली पुलिस को अपनी ड्यूटी करने से रोकने के आरोप लगाए गए थे। उनके ऊपर पुलिस पर आपराधिक बल का इस्तेमाल करने और चोट पहुंचाने के आरोप भी लगे। हालांकि अभियुक्तों ने इन आरोपों से इनकार किया। आरोप पत्र के अनुसार आप विधायक और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से दिल्ली पुलिस के खिलाफ लगभग 300 लोगों की भीड़ को यह दावा कर उकसाया कि हत्या के एक मामले में दोषियों को पकड़ने के लिए गंभीर कार्रवाई नहीं की गई। आरोप पत्र में कहा गया कि इस घटना में 12 पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए थे। 

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