ऑनलाइन शॉपिंग के बाजार में बैंगलोर सबसे आगे

By शाहिद अली | Jun 21, 2019

एक दौर था 1991 का जब इंटरनेट ने कॉमर्स या व्यापार के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी थी। इसके बाद से ही कॉमर्स के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ा ई-कामर्स का और देखते ही देखते यह काफी प्रचलित हो गया। आज के समय में भारत व्यापार के क्षेत्र में सबसे तेज उभरने वाला देश बन गया है। 

 

2017 में भारत के औद्योगिक क्षेत्र में 21 निजी इक्विटी और उद्योग ने करीब 2.1 बिलियन का सौदा किया था। वहीं वर्ष 2018 के पहले छह महीनों में कुल 1129 मिलियन के 40 समझौते हुए। इन सब में वर्ष 2018 के क्लोजिंग इयर में 32.70 बिलियन के साथ ऑनलाइन बाजार मील का पत्थर साबित हुआ। इन सब में सबसे ज्यादा मुनाफा फ्लिटकार्ट, पेटीएम और अमेजॉन जैसी कम्पनियों को हुआ। इस इंडस्ट्री में प्रगति का सबसे बड़ा कारण इंटरनेट और स्मार्टफोन रहे जिनका व्यापार 2007 में 4 प्रतिशत से बढ़कर 2017 में 34.42 प्रतिशत हो गया था।

 

फ्लिपकार्ट और वालमार्ट के विलय ने भारतीय बाजार में खड़ी की चुनौती

 

व्यापार के क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा समझौता हाल ही में US की कंपनी वॉलमार्ट और भारतीय कंपनी फ्लिपकार्ट में हुआ जिसमें वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट का 77 फीसदी शेयर खरीद लिये जिसकी कीमत 16 बिलियन डॉलर थी। इन दो बड़ी कंपनियों की डील ने भारतीय बाजार में बहुत बड़ी चुनौती खड़ी कर दी। वॉलमार्ट काफी समय से भारतीय बाजार में पैंठ बनाने की कोशिश में था और अब काफी हद तक कामयाब भी हो गया। इस डील के बाद फ्लिपकार्ट और अमेजॉन के बीच बाजार में खुद को बनाए रखने के लिए कड़ी प्रतियोगिता शुरू हो गई।

इसे भी पढ़ें: वर्ष 2022 तक ऑनलाइन वीडियो प्रसारण का घरेलू बाजार 5,363 करोड़ जाने का अनुमान

यह डील अगस्त में पूरी हुई जिसके बाद फ्लिपकार्ट को बढ़ाने के लिए 2 बिलियन डॉलर की नई इक्विटी भी जोड़ी गई। फ्लिपकार्ट के मुताबिक़ कंपनी स्थानीय किराने की दुकानों और डिस्काउंट-भारी मॉडल को बनाए रखते हुए आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क और रसद का निर्माण करना चाहती है। वही दूसरी तरफ वॉलमार्ट भारत में थोक व्यापार को बढ़ाने की जुगत में लगी हैं।


डिस्क्लेमर: इस शोध के परिणाम के रूप में उपयोग किया जाने वाला डेटा पूरी तरह से CouponzGuru के ट्रैफिक आंकड़ों पर आधारित है।

 

 

हाल ही में हुए एक शोध में देखा गया कि ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ सबसे ज्यादा रुझान बैंगलोर का है। 

 

- शोध के बाद एक लिस्ट जारी की गई जिसमें ऑनलाइन शॉपिंग के मामले में पहले पायदान पर भारत की सिलिकॉन वैली कहा जाने वाले वाला शहर बैंगलोर है। यहां ऑनलाइन शॉपिंग की कुल ट्रैफिक 12.50 फीसदी है। इसका कारण यह भी है कि भारत की तमाम अग्रणी आईटी कंपनियां बैंगलौर में ही हैं।

 

- इस लिस्ट में दूसरा स्थान हैदराबाद का है। यहां ऑनलाइन शॉपिंग का कुल ट्रैफिक 10.5 फीसदी है।

 

- तीसरे स्थान पर आता है महानगर मुंबई है। इस शहर में ऑनलाइन शॉपिंग के कुल उपभोक्ताओं की तादाद 10.10 फीसदी है।

 

- चौथे स्थान पर आता है पुणे, यहां का कुल ट्रैफिक 7.20 फीसदी है। पूणे को पूर्व का ऑक्सफोर्ड भी कहा जता है और यहाँ की ज्यादातार जनसंख्या तकनीकि लोगों की है।

 

- लिस्ट में पांचवा स्थान राजधानी दिल्ली का है। यहां उपभोक्ताओं का कुल ट्रैफिक 7.0 फीसदी है।

 

- वहीं इस लिस्ट में 5.50 फीसदी ट्रैफिक के साथ चेन्नई छठें व 4.05 फीसदी के ट्रैफिक के साथ अहमदाबाद सातवें स्थान पर है। 3.09 फीसदी के साथ कोलकाता आठवें, 2.73 फीसदी के साथ जयपुर नवें और 2.72 फीसदी के साथ चंडीगढ़ दसवें स्थान पर है।

इसे भी पढ़ें: केवल 50 रुपये की वार्षिक लागत पर शॉपमैटिक के साथ अपनी ऑनलाइन दुकान स्थापित करें

जैसा कि हम सूची का निष्कर्ष निकालते हैं, हम यह कहना चाहेंगे कि हमारी सूची में शीर्ष शहरों का प्रतिशत ऑनलाइन खुदरा क्षेत्र के लिए एक बड़ा योगदान है, लेकिन ये केवल व्यवसाय लाने वाले शहर नहीं हैं। पड़ोसी शहर भारतीय ऑनलाइन रिटेल को दुनिया में उत्कृष्ट कृति बनाने में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। निश्चित रूप से, कम आबादी वाले अन्य शहर आज हमारी सूची में एक नंबर नहीं बना सकते हैं, लेकिन वे भारतीय ऑनलाइन खुदरा क्षेत्र की रीढ़ हैं।

 

- शाहिद अली

Linkedin- https://www.linkedin.com/in/alishahid49/

प्रमुख खबरें

Hardeep Singh Nijjar हत्याकांड में 3 तीन भारतीयों की गिरफ्तार पर S Jaishankar ने दी की प्रतिक्रिया, Canada को लेकर कही ये बात

Idli For Breakfast: नाश्ते को बनाना है टेस्टी और हेल्दी तो सर्व करें ये अलग-अलग तरह की इडली

World Laughter Day 2024: खुश रहना और खुशियां बांटना है वर्ल्ड लाफ्टर डे का उद्देश्य, जानिए इतिहास

World Laughter Day 2024: हंसी ही दुनिया को एकजुट करने में सक्षम