By अंकित सिंह | May 25, 2022
बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर राजनीतिक खूब हो रही है। इन सब के बीच बड़ी खबर यह है बिहार में जातिगत जनगणना का भाजपा इसका समर्थन करेगी। बताया जा रहा है कि जदयू और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर बातचीत हो चुकी है। भाजपा ने जाति जनगणना को लेकर जदयू को समर्थन देने का भी वादा कर दिया है। आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार जातीय जनगणना के मांग कर रहे हैं। हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से इसे हरी झंडी नहीं दी जा रही है। बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर पक्ष और विपक्ष एक नजर आ रहे थे और यही कारण था कि भाजपा ने भी आखिरकार जदयू को समर्थन देने का वादा कर दिया है। अब माना जा रहा है कि बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर रास्ता साफ हो गया है।
जातिगत जनगणना को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री 1 जून को सर्वदलीय बैठक करेंगे। बिहार के वरिष्ठ मंत्री और नीतीश कुमार के बेहद करीबी विजय कुमार चौधरी ने मीडिया से बताया कि बिहार में जाति आधारित जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक एक जून को मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पटना में होगी। राज्य में लगभग सभी दल शुरू से ही जाति आधारित जनगणना के पक्ष में रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में लिए जाने वाले निर्णय के बाद, कार्यान्वयन के लिए मंत्रियों की एक बैठक बुलानी होगी। इसलिए, इसे मंत्रिपरिषद की अगली बैठक में लिया जाएगा और फिर सरकार इसे लागू करने का प्रयास करेगी
विजय चौधरी ने आगे कहा कि सभी दल सहमत हैं (बिहार में जाति आधारित जनगणना पर)। मैंने कहा है कि सभी दलों के साथ बातचीत हो चुकी है और वे 1 जून को सर्वदलीय बैठक के लिए सहमत हुए हैं। हमें उम्मीद है कि सभी पार्टियों के लोग आएंगे. जहां तक बीजेपी का सवाल है, उन्होंने इसका विरोध नहीं किया है। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि राज्य स्तरीय जाति आधारित जनगणना पर काम शुरू होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा था कि ज्यादा देर नहीं लगेगा...हम एक सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे जहां प्रतिनिधि अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलेगी। कितने अधिकारियों को तैनात करना है, जैसे तौर-तरीकों पर भी काम किया जाएगा। इस विषय पर नीतीश कुमार की तेजस्वी यादव से भी बात हुई है।