हैदराबाद। तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार की सुबह वोटों की गिनती शुरू हुई। इसके साथ ही दोपहर बाद तक 1821 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला हो जाएगा। तेलंगाना में पहले चरण की गिनती से जो आकड़े सामने आ रहे है उससे ये अनुमान किया जा सकता है कि एक बार फिर के. चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री बन सकते हैं। क्योंकि पहले चरण के रूझान के आकड़ो में के. चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस को 70-80 सीटों पर बढ़त मिली हैं वहीं तेलंगाना में कांग्रेस केवल 28 सीटों पर आगे है। वहीं बीजेपी का अन्य से भी बुरा हाल है उसे केवल 2 सीटों पर बढ़त मिली हैं। अन्य का आकड़ा 5 पार कर रहा हैं। इस प्रकार देखा जाए तो कांग्रेस- बीजेपी किसी भी तरह से टीआरएस को टक्कर देती नहीं दिखाई दे रही। दोपहर तक ये रूझान पूरी तरह से साफ हो जाएगा कि कौन बनेगा तेलंगाना का अगला मुख्यमंत्री?
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आतेलंगाना के गठन के बाद पहली बार सात दिसंबर को हुए चुनाव में 73.20 प्रतिशत मतदान हुआ था। इससे पहले चुनाव आंध्रप्रदेश में हुआ था। तेलंगाना का गठन आंध्रप्रदेश के एक हिस्से को काट कर किया गया। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 2019 के लोकसभा चुनावों के साथ होने थे। लेकिन राज्य कैबिनेट की सिफारिश पर छह सितंबर को विधानसभा भंग किए जाने के कारण वहां चुनाव अनिवार्य हो गया। रुझानों के दोपहर तक स्पष्ट होने की संभावना है। वोटों की गिनती खत्म होने के साथ ही 1,821 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला हो जाएगा।
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने सोमवार को बताया था कि मतगणना के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी, उसके बाद ही ईवीएम की गिनती होगी। हालांकि कुछ एग्जिट पोल में के. चन्द्रशेखर राव नीत तेलंगाना राष्ट्र समिति को बढ़त बतायी जा रही है लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में बने गठबंधन ‘प्रजा कुतामी’ को अपनी जीत का पक्का भरोसा है। इस गठबंधन में कांग्रेस, तेलगू देशम पार्टी, भाकपा और तेलंगाना जन समिति शामिल हैं।