By अभिनय आकाश | May 13, 2022
हरियाणा स्कूल बोर्ड के इतिहास के पाठ्यक्रम में वीर सावरकर सहित प्रदेश के कई महापुरूषों की गाथा इतिहास की पुस्तकों में पढ़ाने के अलावा नौंवी कक्षा के पाठ्यक्रम में बच्चों को पढ़ाया जाएगा कि देश का विभाजन कांग्रेस ने करवाया था। कांग्रेस द्वारा 9वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में इतिहास से छेड़छाड़ के आरोप पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वीर सावरकर के बारे में अभी पढ़ाया जा रहा है, पहले भी पढ़ाया जाता था। मैं इसके पक्ष में हूं। वीर सावरकर जी ने देश के लिए जो बलिदान दिया वो बेमिशाल है।
कंवर पाल ने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि केवल गांधी जी का दर्शन ही प्रबल होना चाहिए, यह उनकी सोच हो सकती है। राष्ट्र के लिए लड़ने वालों की अलग-अलग विचारधाराएं थीं लेकिन सभी ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। यह एक व्यक्तित्व को दूसरे से कम नहीं बनाता है। वे सभी समान रूप से महान थे। इतिहास को आप सुगर कोटेड नहीं बना सकते। उसमें जो कड़वी बातें हैं उसे भी कहा जाना चाहिए। कांग्रेस को बहुत सारे श्रेय मिल रहे हैं तो वहां कुछ गलतियां भी हुई हैं तो उसका भी जिक्र किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वीर सावरकर को पहले भी पढ़ाया जा रहा था। मेरा स्टैंड यह है कि वीर सावरकर द्वारा दिए गए बलिदान और देश के लिए उनके संघर्ष अभूतपूर्व थे। उनका एक दर्शन था और उन्होंने चीजों को अपने तरीके से किया। हर कोई जानता है कि 1947 में किसकी सरकार थी. जब इतिहास लिखा जाएगा तो वैसा ही लिखा जाएगा जैसा था। इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार नही ठहराया जा सकता। गौरतलब है कि हिंदी में अपलोड की गई पुस्तक के अध्याय में कहा गया कि कांग्रेस ने तब महसूस किया कि शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए, देश के विभाजन को स्वीकार करना आवश्यक है। इसमें यह भी कहा गया कि देश के विभाजन के पीछे अन्य प्रमुख कारणों में कांग्रेस नेतृत्व की शिथिलता और सत्ता का लालच था।