By एकता | Jan 12, 2023
भारत में पिछले कुछ सालों में किचन गार्डनिंग की लोकप्रिय काफी बढ़ गयी है। आज के समय में लगभग हर दूसरे घर में लोगों ने खुद का एक छोटा सा किचन गार्डन बनाया हुआ है। इसमें वह मौसम के अनुसार सब्जियां, फल और हर्ब्स उगाते हैं। किचन गार्डनिंग के अपने कई लाभ है। किचन गार्डन में उगाई गई सब्जियां बाजारों में मौजूद सब्जियों की तुलना में केमिकल फ्री होती है और इसके साथ ही यह कहीं अधिक ताजा होती है। सेहत के मामले में केमिकल फ्री सब्जियों पर आप आंख बंद कर के भरोसा कर सकते हैं क्योंकि यह किसी भी तरफ से आपके स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुँचाती है। इसके विपरीत किचन गार्डन में उगी सब्जियां आपके स्वास्थ्य के बहुत ही फायदेमंद होती हैं। इतना ही नहीं किचन गार्डन की वजह से आपके घर के खर्चे भी कम हो जाते हैं।
किचन गार्डन में लोग कई तरह की सब्जियां और हर्ब्स उगा सकते हैं, जिनके लिए उन्हें ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन बहुत सी ऐसी सब्जियां हैं, जिनको अच्छे से उगाने और सही देखभाल की बहुत जरूरत होती है। आज हम कुछ जरुरी सब्जियों और हर्ब्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप इस मौसम में अपने किचन गार्डन में उगा सकते हैं। इसी के साथ हम इन सब्जियों और हर्ब्स को उगाते समय ध्यान रखने वाली जरुरी बाते भी बताने वाले हैं।
टमाटर- टमाटर एक ऐसा फल है, जो लगभग सभी भारतीय सब्जियों में डाला जाता है। इसलिए आप इसे अपने किचन गार्डन में उगा कर अपना जेब खर्च कम कर सकते हैं। टमाटर उगाने के लिए एक तरफ इसके बीजों को साफ़ कर भिगोकर रख दें ताकि वह अंकुरित हो सकें। दूसरी तरफ 40% मिट्टी, 30% रेत और 30% जैविक खाद भरकर गमले को तैयार करें और इसे एक दिन के लिए छोड़ दें। एक दिन बाद गमले में अंकुरित बीज को ट्रांसफर कर दें और स्प्रे से हल्का-हल्का पानी का छिड़काव करें।
धनिया- इस हर्ब्स के बिना भी भारतीय सब्जियां अधूरी मानी जाती है। धनिया उगाना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि यह बहुत जल्दी सूख जाता है, इसलिए इसे उगाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें। धनिया के बीज को एक दिन तक भिगोकर रखें, फिर इन्हें पानी से बाहर निकालकर टिश्यू पेपर से सुखा लें। इसके बाद गमले में इन्हें फैला दें और इनपर थोड़ी सी मिट्टी डालें और फिर स्प्रे से पानी छिड़कें। ध्यान रखें कि इन्हें तेज धूप वाली जगह पर न रखें।
पुदीना- भारतीय खाने का स्वाद चटनियों के बिना अधूरा रहता है। घरों से लेकर रेस्टोरेंट तक ब्रेकफास्ट, लंच, स्नैक्स और डिनर में खाने के साथ चटनी सर्व की जाती है। आमतौर पर धनिए, प्याज, टमाटर, पुदीने की चटनियाँ बनती है, जिनमें से पुदीने की चटनी सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। पुदीने की चटनी के साथ पुदीने का पौधा भी बड़ी आसानी से घर पर उगाया जा सकता है। पुदीने के बीज को गमले में फैलाकर अच्छे से उसपर पानी स्प्रे कर दें, ध्यान रखें कि इसे ज्यादा धूप वाली जगह पर रखने की जरूरत होती है।
तुलसी- भारत में पूजा-अर्चना के लिए तुलसी का उपयोग होता है, लगभग सभी हिन्दू घरों में तुलसी का पौधा आसानी से मिल जायेगा। तुलसी के पत्तों को चाय में स्वाद बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं ये सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। इसलिए इसे घर पर उगाना एक अच्छा ऑप्शन होगा। तुलसी को उगाने के लिए इसके बीजों को गमले में डालकर अच्छी धूप आने वाली जगह पर रख दें। ध्यान रहें तुलसी के पौधे को अच्छी धूप के साथ भरपूर मात्रा में पानी की भी जरूरत होती है।
किचन गार्डन में पौधों का रखरखाव कैसे करें?
- सबसे पहले आपको यह ध्यान देने की जरूरत है कि आप पौधे उगाने के लिए जिन गमलों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनमें पानी निकलने की जगह है। कोशिश करें कि आप पौधे उगाने के लिए उन्हीं गमलों का इस्तेमाल करें, जिनमें जल निकासी व्यवस्था हो।
- किचन गार्डन में पौधें उगाने के लिए इनडोर पॉटिंग मिट्टी का ही उपयोग करें।
- सभी पौधों को अलग-अलग गमलों में उगाएं।
- पौधें उगने के बाद उन्हें तोड़कर निकालने की बजाय कैंची से काटें।