By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 07, 2021
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक विकराल बाढ़ आने के मद्देनजर राज्य की पुलिस ने लोगों से परेशान न होने की अपील की है। पुलिस ने ट्विटर पर लोगों से अपील करते हुए कहा, ‘‘अपील है कि बेचैन न हों। हमारी टीम मदद में लगी हुई हैं। राहत बचाव कार्य तेज़ी से किया जा रहा है। अपना और अपनों का ध्यान रखें, ख़ुद को सुरक्षित स्थान पर तुरंत ले जाएँ। हमारी राहत बचाव टीम की मदद करें।’’
उत्तराखंड पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक अन्य ट्वीट में कहा गया, ‘‘कृपया संयम बनाए रखें। राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। किसी भी आपातकाल की स्थिति से बचने के लिए हमें सतर्क रहना होगा। नदी के आसपास के लोगों से अपील है कि बेचैन न हों। शांत दिमाग़ से और सूझबूझ से काम लें। ख़ुद को किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाएँ जब तक ख़तरे का अंदेशा है।’’ इससे पहले पुलिस ने ट्वीट किया था, ‘‘जनमानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट को क्षति पहुँची है, जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस कारण अलकनंदा नदी के किनारे रह रहे लोगों से अपील है कि अति शीघ्र सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।’’
राज्य के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के बाद गढ़वाल क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य के आपदा मोचन बल की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि ऋषिगंगा ऊर्जा परियोजना में काम करनेवाले 150 से अधिक कामगार संभवत: इस प्राकृतिक आपदा से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं।