शारदीय नवरात्रि में ऐसे बनाएं स्वादिष्ट कद्दू की सब्जी

By मिताली जैन | Oct 19, 2020

नवरात्रि में दिनों में जब खाना बनाने की बात आती है तो हमेशा आलू की सब्जी बनाने का ही ख्याल आता है। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आप पूरे नौ दिन सिर्फ आलू ही खाएं। अगर आप चाहें तो आम दिनों की तरह ही नवरात्रि में कई तरह की सब्जी बना सकती हैं। ऐसी ही एक सब्जी है, कद्दू की सब्जी। जिसे लोग नवरात्रि में बेहद खुश होकर खाते हैं। यह टेस्ट में भी लाजवाब है और इसे बनाना भी काफी आसान है। तो चलिए शुरू करते हैं इसे बनाना−

इसे भी पढ़ें: नवरात्रि के व्रतों में आपका मीठा खाने का मन है तो बनाएं कच्चे पपीते का हलवा

सामग्री−

दो से तीन टेबलस्पून ऑयल

एक छोटा चम्मच मेथीदाना

आधा छोटा चम्मच सरसों के दाने

आधा छोटा चम्मच जीरा

आधा टीस्पून काला जीरा

एक तेजपत्ता

2−3 कटी हुई हरी मिर्च

आधा किलो कद्दू

सेंधा नमक स्वादानुसार

आधा छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर

चुटकी भर हल्दी

2−3 चम्मच इमली का गूदा

आधा चम्मच चीनी

धनिए के पत्ते

इसे भी पढ़ें: जानिए मटका मलाई कुल्फी बनाने का आसान तरीका

विधि−

 कद्दू की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में थोड़ा तेल डालकर गरम करें। अब इसमें मेथी के बीज, सरसों, जीरा, काला−जीरा, तेज पत्ता, हरी मिर्च और कटा हुआ कद्दू डालें और इसे अच्छी तक मिक्स करें। इसके बाद जब कद्दू हल्का सा पकने लगे तो इसमें नमक, लाल मिर्च पाउडर और हल्दी पाउडर डालकर एक बार फिर से मिक्स करें।


अब पैन के ऊपर ढक्कन को ढक दें और धीमी आंच पर 10 मिनट तक पकने दें। इसके बाद इसमें इमली का गूदा, चीनी मिलाएं। अब एक बार फिर से पैन को ढक्कन की मदद से ढक दें और दोबारा कुछ मिनट के लिए पकने दें।


अब ढक्कन हटाएं और धनिया पत्ती से गार्निश करें। आपकी व्रत वाली कद्दू की सब्जी बनकर तैयार है। आप इसे पूरी या परांठे के साथ आसानी से खा सकते हैं। यह खाने में बेहद ही टेस्टी होती है और इसका फ्लेवर खट्टा−मीठा आता है।


मिताली जैन

प्रमुख खबरें

Chhattisgarh: सड़क दुर्घटना में आठ लोगों की मौत, 23 अन्य घायल

Karnataka | सेक्स स्कैंडल में फंसा देवेगौड़ा का पोता Prajwal Revanna? सीएम सिद्धरमैया ने दिए जांच के आदेश, विरोध प्रदर्शन भी जारी

Putin ने शायद रूसी विपक्षी नेता Navalny की मौत का आदेश नहीं दिया था: अमेरिकी अधिकारी

Air Force ने गंभीर रूप से बीमार दो मरीजों को हवाई मार्ग के जरिए लेह से चंडीगढ़ पहुंचाया