By सत्य प्रकाश | Aug 04, 2021
अयोध्या। 500 वर्षों के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामलला के जन्मस्थली पर भव्य मंदिर निर्माण के शिलान्यास की प्रथम वर्षगांठ पर अयोध्या में दीपोत्सव मनाए जाने की तैयारी है। अयोध्या के साधु संतों ने कोविड प्रोटोकोल के बीच अपने घरों में आरती पूजन व हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ घर के बाहर दीप जलाए जाने की अपील की है। दरसल 5 अगस्त 2020 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला का पूजन शिलान्यास किया था यही नहीं बल्कि देश के कई फैसले सर्जिकल स्ट्राइक, धारा 370, 35A को समाप्त करने का कार्य भी किया गया था। यही कारण है कि 5 अगस्त देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने देशवासियों से अपील किया कि कोविड-19 कार का पालन करते हुए 5 अगस्त को दीप महोत्सव के रूप में मनाए और देश के सभी लोग अपने घरों में दीपक जलाएं साथ ही मंदिरों में दर्शन पूजन करें, साफ-सफाई का भी ख्याल रखें और अपने आसपास गरीबों की मदद भी करें वहीं कहा कि देश में महिलाओं का सम्मान होना चाहिए। बताया कि 5 अगस्त वह दिन है जब कश्मीर से धारा 370 और 35A को हटाया गया। सर्जिकल स्ट्राइक हुए और उसके बाद भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला भी रखी गई आज जिसका एक वर्ष पूरे हो रहे हैं। जिसके वर्षगांठ को उत्साह के साथ मना जाना है अयोध्या के मठ मंदिरों में बड़ी संख्या में दीप जलाए जाएंगे तो वही लोग अपने घरों में भी दीप जलाएं क्यों कि 500 वर्षो के लंबे संघर्ष के बाद भगवान श्री राम का भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है अयोध्या ही नहीं राष्ट्र के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक हो गई है 5 अगस्त को लोग दीप महोत्सव के रूप में मनाए।
हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने कहा कि करीब 100 वर्ष के संघर्ष के बाद भगवान श्री राम के भव्य दिव्य मंदिर निर्माण के किये गए शिलान्यास का आज एक वर्ष पूरे हुए हैं। जिसको लेकर अयोध्या व पुरे देश मे बहुत उत्साह है। इसलिए देश के सभी आम जनमानस से आवाहन करूंगा कि भगवान श्री राम के चित्र पर पुष्पांजलि करे और अपने घर के सामने दीप जलाएं और कहा कि श्री रामलला से निवेदन करें पूरे विश्व से कोरोना संक्रमण जल्द से जल्द समाप्त हो। जिससे भव्य दिब्य मंदिर बनकर तैयार हो।