By रेनू तिवारी | Jun 19, 2025
कभी क्रिकेट स्टेडियम और टेक पार्क के लिए मशहूर मोहाली अब एक और गंभीर कारण से बदनाम हो रहा है: यह साइबर अपराध गिरोहों का अड्डा बनता जा रहा है। मई 2024 के बाद से यह पाँचवाँ बड़ा भंडाफोड़ है, मोहाली पुलिस ने एक और अवैध कॉल सेंटर को ध्वस्त किया है, इस बार यह सेक्टर 91 में स्थित एक्मे ईडन कोर्ट सोसाइटी से संचालित हो रहा था। इस सेंटर ने कथित तौर पर परिष्कृत क्रिप्टोकरेंसी घोटालों के माध्यम से 50 करोड़ रुपये की ठगी की। अवैध कॉल सेंटर ने ऑनलाइन ठगी के जरिए कथित तौर पर करीब 50 करोड़ रुपये ठगे थे। इस मामले में एक महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़
पंजाब पुलिस ने मोहाली में एक अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जिस पर ऑनलाइन ठगी के जरिए लोगों से करीब 50 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मोहाली के पुलिस अधीक्षक (शहर) सिरिवेनेला ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि मोहाली के सेक्टर 91 स्थित ईडन कोर्ट सोसायटी के एक फ्लैट में अवैध कॉल सेंटर संचालित हो रहा है।
लोगों को डराने वाले संदेश भेजकर झूठा दावा करते थे आरोपी
उन्होंने बताया कि इसके बाद जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की कार्यप्रणाली का ब्यौरा साझा करते हुए बताया कि आरोपी एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे, जो लोगों को डराने वाले संदेश भेजकर झूठा दावा करता था कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है और उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए जाएंगे। पुलिस ने धोखाधड़ी की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए गए 12 लैपटॉप, पीड़ितों से संवाद करने के लिए इस्तेमाल किए गए 14 मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है।
चल रही जांच और जब्ती की कार्यवाही
यह अवैध कार्य छह महीने से चल रहा था, प्रारंभिक जांच में धोखाधड़ी की राशि लगभग 50 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया है। पुलिस अन्य सहयोगियों की पहचान करने और वित्तीय संबंधों का पता लगाने के लिए प्रयास जारी रखे हुए है।
छापे के दौरान, अधिकारियों ने धोखाधड़ी की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए गए 12 लैपटॉप, पीड़ितों से बातचीत के लिए 14 मोबाइल फोन और एक कार जब्त की। ये वस्तुएं चल रही जांच में महत्वपूर्ण सबूत हैं। पुलिस इस घोटाले के सभी पहलुओं को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका उद्देश्य सभी शामिल पक्षों को न्याय के कटघरे में लाना है और साथ ही धोखाधड़ी की गई धनराशि को वापस पाने के लिए लगन से काम करना है।