By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 07, 2019
चंडीगढ़। ठेका पर काम कर रहे शिक्षकों की लंबित मांग को मानते हुए पंजाब कैबिनेट ने बुधवार को 5,178 शिक्षकों को इस साल अक्टूबर से पूर्ण वेतनमान के साथ नियमित किये जाने को मंजूरी दे दी। हालांकि, विरोध कर रहे शिक्षकों ने सरकार से नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह अपने वादों से ‘पीछे हट’ गयी है। उनका कहना था कि सरकार ने फरवरी से पूर्ण वेतनमान देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के मसलों को भी नहीं सुलझाया है।
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विपक्षी शिरोमणि अकाली दल ने सरकार के इस कदम को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को आकर्षित करने की ‘योजना’ करार दिया है। लोकसभा चुनाव इस साल अप्रैल मई में होने वाले हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई इस कैबिनेट बैठक में एक अक्टूबर 2019 से 5178 शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान के साथ नियमित करने का निर्णय किया गया।
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आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कैबिनेट ने स्वास्थ्य विभाग के प्रोबेशन नियमों के आधार पर 650 नर्सों को भी नियमित करने का निर्णय किया है। जिन शिक्षकों को नियमित किये जाने का निर्णय किया गया है उनकी भर्ती विभिन्न कैडरों में 2014, 2015 और 2016 में हुई है। बयान में कहा गया है कि सरकार ने प्रोबेशन अवधि तीन साल से घटा कर दो साल कर दी है।