By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 15, 2021
आगे के महीनों में राष्ट्रीय राजधानी के करीब टीकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर पर देश भर से हजारों किसान आ जुटे। राजेवाल ने लोगों से 26 मई को ‘काला दिवस’ मनाते हुए किसानों का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘हम देश के लोगों से अपने मकानों, दुकानों, ट्रकों और अन्य वाहनों पर काले झंडे लगाने की अपील करते हैं। हम विरोध के तौर पर प्रधानमंत्री का पुतला भी जलाएंगे।’’ राजेवाल ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को नहीं सुन रही है और उर्वरकों, डीजल और पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से खेती करना संभव नहीं रह गया है। एसकेएम ने जन संगठनों, कारोबारी संगठनों से किसानों की मांग के समर्थन में काला झंडा लेकर प्रदर्शन करने की अपील की है। एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने और भाजपा को सबक सिखाने के लिए ‘मिशन उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड’ की शुरुआत करने का भी फैसला किया गया है।’’
टीकरी बॉर्डर पर एक महिला कार्यकर्ता के कथित यौन उत्पीड़न का मामला आने के मद्देनजर एसकेएम ने कहा कि वह जल्द ही अपनी ‘महिला सुरक्षा समितियों’’ के नामों की घोषणा करेगा। बलात्कार की शिकार महिला की बाद में कोविड-19 संक्रमण से हरियाणा के एक अस्पताल में मौत हो गयी थी। एसकेएम ने कहा, ‘‘दो दिनों में एसकेएम बॉर्डर के सभी प्रदर्शन स्थलों के लिए अपनी महिला सुरक्षा समितियों की घोषणा करेगा। इसके तहत आंदोलन में भागीदारी करने वाली महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।